इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर नितिन गडकरी का बड़ा ब्यान , अगर आप भी इलेक्ट्रिक व्हीक्ल लेने की सोच रहें हैं तो ये खबर आपके लिए है
आजकल, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें और बढ़ते प्रदूषण के कारण इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। लोग पेट्रोल-डीजल गाड़ियों की बढ़ती लागत से परेशान हैं और पर्यावरण को भी बचाना चाहते हैं। हालांकि, इलेक्ट्रिक गाड़ियों की महंगी कीमत के कारण बहुत से लोग इन्हें अपनी पहुंच से बाहर पाते हैं। लेकिन अब, केंद्र सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है, जिससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के खरीददारों के चेहरे पर मुस्कान आ सकती है।
नितिन गडकरी का बयान: इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनेंगी सस्ती
नितिन गडकरी ने एक नवंबर को एक कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की कि अगले साल से इलेक्ट्रिक गाड़ियां पेट्रोल गाड़ियों की तरह सस्ती हो जाएंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार जीरो पॉल्यूशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए तेजी से कदम उठा रही है और इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम को कम किया जाएगा, ताकि हर कोई इन्हें खरीद सके।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या
गडकरी के मुताबिक, भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में 800% की वृद्धि हुई है, जो इस बात को दर्शाता है कि लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रहे हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुझान बढ़ रहा है। इसके अलावा, सरकार का इरादा है कि हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियां जल्द ही भारतीय सड़कों पर नजर आएंगी, जिससे ईंधन की निर्भरता कम हो सके और प्रदूषण को भी नियंत्रित किया जा सके।
डबल डेकर बसों और हाइड्रोजन वाहनों का भविष्य
इसके साथ ही, गडकरी ने यह भी कहा कि भारत में टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए डबल डेकर बसों को चलाने की योजना है, जिससे यातायात अधिक किफायती और आरामदायक बने। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार हाइड्रोजन से चलने वाली कारों के उत्पादन की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है, और आने वाले समय में इन वाहनों का उत्पादन तेज़ी से बढ़ेगा।
हाइड्रोजन से चलने वाली कारें: पानी से चलने वाली कारों का भविष्य
हाइड्रोजन कारों के बारे में गडकरी ने यह जानकारी दी कि हाइड्रोजन को तीन प्रक्रियाओं के माध्यम से तैयार किया जाता है: ब्लैक हाइड्रोजन, ब्राउन हाइड्रोजन, और ग्रीन हाइड्रोजन। ग्रीन हाइड्रोजन को पानी से तैयार किया जाता है, जो एक अत्यधिक पर्यावरण-अनुकूल विकल्प है। इस प्रक्रिया के तहत, पानी से हाइड्रोजन निकालकर उसका उपयोग गाड़ियों में किया जा सकता है, जो प्रदूषण मुक्त परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तेज़ यातायात: नागपुर से पुणे जाने की यात्रा
नितिन गडकरी ने यह भी ऐलान किया था कि नागपुर से पुणे तक की यात्रा का समय जल्द ही घटकर 8 घंटे रह जाएगा, जिससे लंबी दूरी की यात्रा को और भी सुविधाजनक और समय-कुशल बनाया जाएगा। यह योजना यातायात के क्षेत्र में और भी सुधार लाने के उद्देश्य से लागू की जा रही है।