जन्माष्टमी पर मणिमहेश की डल झील में 25 हजार श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर शुक्रवार को लगभग 25 हजार श्रद्धालुओं ने मणिमहेश की पावन डल झील में आस्था की डुबकी लगाई। जन्माष्टमी का छोटा स्नान वीरवार रात साढ़े 9 बजे से विधिवत रूप से शुरू हो गया और शुक्रवार शाम 7 बजे तक जारी रहा। भरमौर से डल झील तक जो यात्री डुबकी लगाने पहुंचे हैं उनमें से कई यात्री स्नान कर वापस भी लौट आए हैं। जन्माष्टमी पर्व के ठीक पहले मौसम ने भी श्रद्धालुओं का पूरा साथ दिया। जन्माष्टमी के मौके पर दिनभर मौसम ठीक रहा। हालांकि भरमौर प्रशासन मौसम पर कड़ी नजर रखे हुए है। अगर मौसम खराब होता है तो यात्रा को रोकने पर भी विचार किया जा सकता है।

अब तक 40 हजार श्रद्धालु कर चुके हैं डल झील में स्नान
भरमौर प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक जब से यात्रा शुरू हुई है तब से लेकर वीरवार तक लगभग 40 हजारश्रद्धालुओं ने मणिमहेश की डल झील में स्नान किया है। गत वर्ष की अपेक्षा बहुत कम संख्या अभी तक रिकाॅर्ड की गई है। इसका मुख्य कारण खराब मौसम के कारण खराब रास्ते माने जा रहे हैं। बीते दिनों प्रंघाला नाले तथा बादल फटने से खराब हुए रास्ते के कारण यात्रा प्रभावित हुई थी। अभी तक भी मौसम के खराब होने की भविष्यवाणी को देखते हुए इसका सीधा असर यात्रा पर पड़ रहा है। मौसम पैक होने के कारण शुक्रवार को कोई भी हैलीकॉप्टर की उड़ान भरमौर से गौरीकुंड तक नहीं हो सकी। उधर, एसडीएम भरमौर असीम सूद ने बताया कि मणिमहेश यात्रा के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। जन्माष्टमी में करीब 25 हजार यात्रियों ने डल झील में स्नान किया है।