आजादी का अमृत महोत्सव श्रृंखला के एक भाग के रूप में एक दिवसीय कार्यशाला विद्यार्थी।

विज्ञान मंथन (वीवीएम)हिमाचल प्रांत के विज्ञान भारती (विभा) तथा विज्ञान और
प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार द्वारा 28 अप्रैल 2022 को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर में आयोजित की गई । इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।उन्होंने जोर देकर कहा कि आज एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की आवश्यकता है।

जिसमें हमारे पास ऐसे कई व्यक्ति हों जो वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय में अपनी पहचान बना सकें। भारत सरकार ने शुरुआती चरण में ही छात्रों के बीच नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि वीवीएम जैसे कार्यक्रम भारत सरकार की पहल आत्म निर्भर भारत के अनुरूप हैं, जो वर्तमान विश्व व्यवस्था की गतिशीलता को ध्यान में रखते हुए अत्यंत आवश्यक है।

राज्यपाल ने छात्रों से वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने, राष्ट्र की प्रगति में योगदान करने की इच्छा रखने और नौकरी तलाशने के बजाय नौकरी प्रदाता बनने का प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वीवीएम जैसे संगठन निश्चित रूप से एसटीईएम प्रौद्योगिकियों के प्रति रुचि पैदा करने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा किए गए उल्लेखनीय योगदानों को याद किया, जिन्होंने अपने शोध योगदान के माध्यम से अतीत की समृद्ध विरासत को जोड़ा, जिससे हमारा देश गौरवान्वित हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि एनआईटी जैसे तकनीकी संस्थान विभा के उद्देश्य, जो कि स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए अनुसंधान और विकास कर्मियों का उपयोग करना और इस तरह भारतीयता की पहचान और गरिमा को बनाए रखना है, से निकटता से संबंधित हो सकते हैं। उन्होंने राज्य स्तरीय शिविर में सफलता प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वे राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी योग्यता साबित करेंगे।

राज्यपाल ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित होने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार भी प्रदान किया। अवसर पर एनआईटी हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) के निदेशक प्रो. हीरालाल मुरलीधर सूर्यवंशी ने कहा कि कार्यशाला का आयोजन ;एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत किया जा रहा।

है, जो भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। यह सभी भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच गहरे और संरचित जुड़ाव के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिकाऔर राष्ट्रीय एकता की भावना के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने की एक पहल है। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत के योगदान के बारे में स्कूली बच्चों में जागरूकता फैलाने के वीवीएम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि आज के युवा छात्र हमारे देश के भविष्य हैं और स्कूल स्तर से ही उनकी प्रतिभा को निखारने की जरूरत है। उन्होंने सभा को आश्वासन दिया कि ऐसे कार्यक्रम स्कूली छात्रों और शोधकर्ताओं के बीच वैज्ञानिक स्वभाव
पैदा करने और इस तरह भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व गुरु बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।

इस अवसर पर विभा, हिमाचल प्रांत के अध्यक्ष डॉ. अश्विनी कुमार राणा ने राज्यपाल का स्वागत किया और विभा की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वीवीएम विज्ञान प्रसार (डीएसटी के तहत एक स्वायत्त संगठन) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) (शिक्षा मंत्रालय के तहत एक संस्था) की सहभागिता से विभा की एक पहल है। यह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य कक्षा VI से XI के स्कूली छात्रों के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाना है। इसकी संकल्पना छात्र समुदाय के बीच वैज्ञानिक
अभिरुचि के साथ उज्ज्वल दिमाग की पहचान करने, विज्ञान के प्रति छात्रों की आत्मीयता को विकसित करने और उन्हें विज्ञान को भविष्य में अपने कैरियर के रूप में लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए की गई है।

उन्होंने बताया कि वीवीएम का राज्य स्तरीय शिविर 13 फरवरी, 2022 को आयोजित किया। गया था और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के 120 छात्रों में से 18 को विजेता घोषित किया गया था. योग्यता क्रम में विजेता छात्रों के नाम हैं: (1) दिव्यांश धीमान, लॉरेट ग्लोबल स्कूल, कांगड़ा; (2) चारु ठाकुर, विवेक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, सोलन; (3) कियान अमरीक ठाकुर, दयानंद पब्लिक स्कूल, शिमला; (4) अश्मिता, विवेक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, सोलन;
(5) वेदांत शर्मा, डीएवी अंबुजा विद्या निकेतन पब्लिक स्कूल, सोलन; (6) मनस्वी जामवाल,आर्मी पब्लिक स्कूल योल कैंट, कांगड़ा; (7) शाश्वत शर्मा, हिम एकेडमी पब्लिक स्कूल, हमीरपुर; (8) अर्पिता पाणिग्रही, श्री अरबिंदो पब्लिक स्कूल, सोलन; (9) कनिष्क शर्मा, दयानंद पब्लिक स्कूल, शिमला; (10) शगुन शर्मा, विवेक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, सोलन; (11) अतनु प्रभात मेश्राम, केन्द्रीय विद्यालय नं 2 चमेरा, चंबा; (12) ओशीन राणा, डीएवी पब्लिक स्कूल, कांगड़ा; (13) सक्षम, केन्द्रीय विद्यालय नं 2 चमेरा, चंबा; (14) संस्कृति शर्मा, एमआरए डीएवी पब्लिक
स्कूल, सोलन; (15) कनिका शर्मा, एमएमए जीएसएसएस जुखाला, बिलासपुर; (16) तनिष्क शर्मा, इंडस वैली पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हमीरपुर; (17) रेजिनाल्ड मूसा, विवेक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, सोलन; (18) उर्वी महाजन, ग्रीन फील्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कांगड़ा। वीवीएम 2021-22 के राष्ट्रीय स्तर का शिविर 28 और 29 मई, 2022 को आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी
में आयोजित होने वाला है।

श्री प्रवीण रामदास, राष्ट्रीय सचिव (विभा) ने युवा पीढ़ी में वैज्ञानिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विज्ञान भारती द्वारा अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रों में वैज्ञानिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।