इतिहास से सबक लेने वाला समाज ही रहता है जीवित- कंवर।

हमीरपुर महाविद्यालय में स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की भूमिका का पुर्नलेखन राष्ट्रीय संगोष्ठी में जुटे देश भर से विद्वान
हमीरपुर 9 अगस्त-समाज वही जीवित रहता है जो इतिहास से सबक लेता है। जनता के समक्ष सही इतिहास को रखना सरकारों की जिम्मेदारी है। हमीरपुर महाविद्यालय में इतिहास विभाग द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की भूमिका का पुर्नलेखन पर ठाकुर राम सिंह इतिहास शोध संस्थान नेरी व कोलकाता के मौलाना अबुल कलाम एशियाई अध्ययन संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी को अंतिम दिन मंगलवार को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नारे तुम मुझे खून दो, मैं तुमहें आजादी दूंगा ने भारतीयों की रगों में जोश भर दिया जिससे अंग्रेज सेना में भी बगावत हो गई जिससे अंग्रेज भंाप गए कि अब भारत को अधिक समय तक पराधीन नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा कि नेरी शोध संस्थान सरीखी संस्थाएं इतिहास के सही व प्रमाणिक तथ्य जनता के समक्ष ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकारी आजादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारियों का नमन कर रही है।
ठाकुर राम सिंह इतिहास शोध संस्थान के निदेशक डा. चेत राम गर्ग ने बतौर वशिष्ठ अतिथि अपने संबोधन में कहा कि सुभाष चंद्र बोस का पूरा जीवन संघर्षमय रहा लेकिन उन्होंने कभी भी अपने स्वतंत्रता के संकल्प को नहीं त्यागा। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाश चंद्र बोस सरीखे अन्य कई गुमनाम स्वतंत्रता सनेनानियों ने देश को आजाद तो करवा दिया पर अब वर्तमान पीढ़ी का यह दायित्व है कि वह राष्ट्र को उच्च स्तर पर ले जाए।
आयोजन सचिव प्रो. सौरभ सूद ने संगोष्ठी का वृत्त रखते हुए बताया कि इस संगोष्ठी में इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में हिमाचल प्रदेश के अलावा जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश राज्यों से प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें 6 तकनीकी सत्रों में 60 शोध पत्र पढ़े गए।
राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन सचिव व महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार व समंवयक डा. राकेश शर्मा ने इस संगोष्ठी के महत्व से अवगत करवाया।
इससे पूर्व महाविद्यालय की प्राचार्य डा. अंजू बत्ता सहगल ने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी का जीवन सदियों तक भारतीयों को प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने महाविद्यालय परिवार की ओर से मंत्री वीरेंद्र कंवर व नेरी शोध संस्थान के निदेशक चेतराम गर्ग को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उप प्राचार्य डा. मधुर स्वर मिश्रा, उद्यान विश्वविद्यालय नेरी के डीन डा. सेमदेव, डा. विकास शर्मा, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से प्रो. नारायण राव, चुरू राजस्थान से सुरेंद्र डी. सोनी, इंदिरा कला केद्र दिल्ली से धर्म चंद चौबे, पीटीए के अध्यक्ष डा. मनोज कुमार, डा. नीलम गुलेरिया, डा. जीसी राणा, जीआर कटोच, कुसुम शर्मा, सरोज कंवर आरसी शर्मा सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।