अनीता के हाथों से बनी पपीते और आंवले की बर्फी ने बनाई अलग पहचान
हमीरपुर, 02 मार्च। क्या बिना घी, तेल और चीनी के भी बर्फी, लड्डू या पेड़े बनाए जा सकते हैं? आमतौर पर इस सवाल का जवाब ‘ना’ होता है, लेकिन हमीरपुर जिले के नादौन उपमंडल के जंदली गुजरां गांव की अनीता ठाकुर ने इसे ‘हां’ में बदल दिया है। उनकी बनाई पपीते और आंवले की बर्फी न केवल स्वादिष्ट और पौष्टिक है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बना चुकी है।
ग्रामीण महिला की सफलता की कहानी
अनीता ठाकुर पहले एक आम ग्रामीण महिला की तरह ही अपने परिवार की आजीविका चलाने के लिए गाय-भैंस का दूध बेचती थीं। अपनी आय बढ़ाने के लिए उन्होंने आत्मा परियोजना की मदद से छोटे पैमाने पर पनीर और खोआ का उत्पादन शुरू किया। इसके बाद ग्रामीण विकास विभाग ने उन्हें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत महिला स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने राधे कृष्णा स्वयं सहायता समूह का गठन किया और कृषि विज्ञान केंद्र से अचार, चटनी, आंवला कैंडी और मिठाइयां बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
परिवार की जिम्मेदारी से सफलता तक का सफर
कुछ वर्ष पहले पति के निधन के बाद अनीता ठाकुर पर परिवार की पूरी जिम्मेदारी आ गई। इस कठिन समय में उन्होंने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से पपीते और आंवले की मिठाई बनाने का निर्णय लिया। आज यह समूह बड़े पैमाने पर पपीते और आंवले की बर्फी, लड्डू, पेड़े और कैंडी तैयार कर रहा है, जिसमें घी, तेल और चीनी का प्रयोग नहीं किया जाता।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए यह मिठाइयां एक बेहतरीन विकल्प बन चुकी हैं। हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी इनका अच्छा बाजार बन चुका है।
10 महिलाओं को मिला रोजगार
इस व्यवसाय से न केवल अनीता ठाकुर की आय बढ़ी, बल्कि उनके समूह में शामिल 10 अन्य महिलाओं को भी रोजगार मिला। उन्होंने इस आय से नया मकान बनाया, बेटी की शादी की और अपने दो अन्य बच्चों की शिक्षा का खर्च भी उठा रही हैं।
प्रेरणा और सफलता का उदाहरण
अनीता ठाकुर की यह सफलता ग्रामीण विकास विभाग की प्रेरणा और उनके कठोर परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने गांव की महिलाओं के लिए एक नई राह खोल दी है और यह साबित किया है कि संकल्प और मेहनत से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।
उनकी यह पहल न केवल गांव की अर्थव्यवस्था को सशक्त कर रही है, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूक समाज को भी एक नई दिशा दे रही है।