हमीरपुर में बुखार, जुकाम-खांसी ने जकड़े मरीज ,ओपीडी में बढ़ रही रोगियों की संख्या।

डा राधाकृष्णन मेडिकल कालेज एवं अस्पताल हमीरपुर में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मरीजों की ओपीडी की संख्या में इजाफा हो गया है। इसका मुख्य कारण प्रचंड गर्मी माना जा रहा है। माना जाता है कि गर्मियों में मरीजों की संख्या बढ़ती है। वर्तमान में भी सर्दी, जुकाम, बुखार व खांसी के मरीज हमीरपुर अस्पताल में बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि वार्डों में लगे बिस्तर भी मरीजों से फुल चल रहे हैं।

यहां तक कि स्कूल जाने वाले बच्चे भी प्रचंड गर्मी की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे हैं। इन्हें भी उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने का सिलसिला लगातार जारी है। ऐसे में अभिभावक भी लगातार बढ़ रही गर्मी के प्रकोप में बच्चों की सेहत को लेकर काफी चिंतित हैं। जिला में कई जगहों पर छात्र पैदल लंबा सफर तय कर अपने घर पहुंच रहे हैं। दोपहर बाद छुट्टी के बाद घर पहुंचते-पहुंचते इनके गर्मी से पसीने छूट जाते हैं। इसी कारण कई छात्र बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं। हमीरपुर जिला को तापमान 40 डिग्री तक पहुंच रहा है।

लोग गर्मी से निजात पाने के लिए ठंडे पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं। हालांकि प्रचंड गर्मी में एकदम से ठंडे पेय पदार्थ का इस्तेमाल भी बीमारियों को ही न्यौता दे रहा है। यही कारण है कि लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, वहीं आरकेजीएमसी प्रबंधन की मानें तो गर्मियों के मौसम में मरीजों की संख्या में इजाफा होता है। आंखों से संबंधित बीमारियों भी इस मौसम में काफी देखने को मिलती है।

आई ओपीडी के बाहर भी मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं। चिकित्सकों का कहना है कि लोगों को गर्मी से बचना चाहिए। खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। गर्मियों में साधारण भोजन करें ताकि पाचन तंत्र सही रहे। इस बारे में डा. रमेश चौहान, एमएस आरकेजीएमसी हमीरपुर का कहना है कि गर्मियों के मौसम में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन्हें उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। लोगों को गर्मी से बचना चाहिए। अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि बीमारी से बचा जा सके।