दिल्ली में प्रदूषण: AQI 500 के पार, जहरीली हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने एक नई ऊंचाई छू ली है, जहां मंगलवार, 19 नवम्बर 2024 को AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 500 से भी ऊपर पहुंच गया है, जिससे नागरिकों के लिए सांस लेना कठिन हो गया है। राजधानी के विभिन्न इलाकों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है, और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में AQI:
- जहांगीरपुरी दिल्ली: 1036
- अलीपुर दिल्ली: 1019
- नरेला नई दिल्ली: 918
- पंजाबी बाग दिल्ली: 840
- ITI शारदा दिल्ली: 878
- सोनिया विहार दिल्ली: 721
- लोनी नई दिल्ली: 629
- नोएडा सेक्टर-1: 247
- आनंद विहार: 500
- द्वारका: 496
- रोहिणी: 500
प्रदूषण पर दिल्ली सरकार का हमला:
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने 18 नवम्बर 2024 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदूषण की गंभीर स्थिति पर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और अन्य राज्य में पराली जलाने की समस्या अब भी विकराल हो गई है। केंद्र सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।” सीएम ने यह भी कहा कि केवल पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कुछ कमी आई है, लेकिन बाकी राज्यों में स्थिति वही की वही बनी हुई है।
प्रदूषण के स्वास्थ्य पर प्रभाव:
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार 18 नवम्बर को शाम 4 बजे दिल्ली का AQI लगभग 494 था, जबकि दोपहर में यह 503 तक पहुंच गया था। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) ने भी प्रदूषण से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं पर चिंता व्यक्त की है। प्रदूषण के कारण सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और अस्थमा के हमले की संभावना बढ़ जाती है। जैसे ही AQI 500 के पार जाता है, सांस की तकलीफें और स्वास्थ्य संकट भी गंभीर हो सकते हैं।
इस अत्यधिक प्रदूषण को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों से बाहर न निकलने और मास्क पहनने की सलाह दी है, खासकर उन लोगों को जो अस्थमा या श्वसन संबंधित समस्याओं से ग्रसित हैं।