राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए।

कांगड़ा जिले के धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह के द्वितीय सत्र को संबोधित करते हुए आज राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमें एक नई दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है। राज्यपाल ने कहा, देश का भविष्य और दिशा राष्ट्रीय शिक्षा नीति निर्धारित करेगी।
उन्होंने कहा कि आज का दिन प्रत्येक छात्र के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे डिग्री लेकर समाज से जुड़ने वाले है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया है और डिग्री धारक आज से नए अनुभव प्राप्त करने के लिए तैयार हैं।
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करके हमें केवल नौकरी चाहने वाला नहीं बनना है, बल्कि डिग्री को रोजगार प्रदाता बनने के लिए भी उपयोग करना है। उन्होंने कहा कि समाज की समस्याओं को समझना और उनसे कैसे निपटना है, यह समझना जरूरी है, जिसके लिए गंभीर प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं की पहचान उस संस्थान से की जाएगी, जहां से उन्होंने आपकी शिक्षा प्राप्त की है।
राज्यपाल ने कहा कि आने वाले 25 वर्षो में देश का भविष्य तय होगा। उन्होंने कहा कि यह युवाओं के विचारों पर निर्भर करेगा, क्योंकि युवा पीढ़ी हमें अमृत काल देने जा रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश की युवा पीढ़ी पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा कि जीवन का लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए और उसे समझना जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने ध्येय को प्राप्त करने के लिए निरन्तर उसकी ओर बढ़ते रहना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण एवं युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की उपस्थिति में विश्वविद्यालय के छात्रों को डिग्री प्रदान की।
इस अवसर पर अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय अकादमिक उत्कृष्टता के अलावा छात्रों के जीवन में रचनात्मक मूल्यों का संचार भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए यह खुशी के पल हैं कि भारत के राष्ट्रपति इस अवसर पर यहां पधारे हैं। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं लेकिन उन्हें आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम होना होगा।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि नेटवर्क आपका नेटवर्थ है। उन्होंने छात्रों से अगले 25 वर्षों के दौरान अमृत काल में राष्ट्र के लिए योगदान करने का आह्वान करते हुए कहा कि हमारा देश एक युवा राष्ट्र है, जो हमारी ताकत है।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. एच.एस. बेदी कार्यकारी परिषद और अकादमिक परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, अधिष्ठाता अध्ययन, परीक्षा नियंत्रक, विभिन्न विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर एवं छात्र और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।