राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी द्वारा दिनांक 14 नवम्बर, 2024 को शिमला से जारी प्रेस वक्तव्य
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर देवभूमि हिमाचल की परम्पराओं और मर्यादा को ताक में रखकर अन्य राज्यों में जाकर प्रदेशवासियों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। वह भ्रामक प्रचार कर प्रदेश के बारे में मिथ्या जानकारी फैला रहे हैं।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार के बारे में अनर्गल बातें करने के बजाए जय राम ठाकुर को वास्तविकता पर विश्वास करना चाहिए। वह बार-बार कह रहे हैं कि प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा अपने चुनावी वायदे पूरे नहीं किए गए हैं, जबकि हकीकत यह है कि सरकार ने महज 20 माह में ही पांच गारंटियां पूरी कर दी हैं और अन्य गारंटियां भी समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएंगी। प्रदेश सरकार ने 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया है तथा इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि के तहत पात्र महिलाओं को हर माह 1500 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। प्रदेश में 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी र्स्टाटअप योजना लागू की गई है, सरकारी स्कूलों में इस शैक्षणिक सत्र से पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू की गई है। सरकार द्वारा समाज और प्रदेश के समग्र विकास के लिए अनेक महत्वाकांक्षी योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए गए हैं। प्रदेश में पहली बार सुख आश्रय योजना को आरम्भ किया गया, जिससे हजारों बेघर और अनाथ बच्चों को सरकार ने अपनाया है, जिसपर जय राम ठाकुर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं। इसके अलावा, देश में पहली बार प्राकृतिक तरीके से उत्पन्न गेहूं के लिए 40 रुपये और मक्की के लिए 30 रुपये प्रति किलोग्राम न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। हिमाचल दूध खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने वाला देश का पहला राज्य है जहां गाय का दूध 45 रुपये और भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है, जिसपर जय राम ठाकुर मूक दर्शक बने हुए हैं।
राजस्व मंत्री ने कहा कि जय राम ठाकुर महज सुर्खियां बटोरने के लिए झूठे आंकड़े प्रस्तुत कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा 20 माह के कार्यकाल के दौरान लगभग 30 हजार लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए गए हैं। जबकि पूर्व सरकार अपने पूरे कार्यकाल के दौरान इससे आधा आंकडा भी छू नहीं पाई थी। पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भर्ती प्रक्रिया में भारी भ्रष्टाचार हुआ। अनेक परीक्षाओं के प्रश्न पत्र बेचे गए। पूर्व भाजपा सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के ढांचे को खोखला कर दिया, जिसे वर्तमान सरकार द्वारा निरंतर सशक्त किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता वित्तीय मामलों को लेकर भी लगातार आधारहीन ब्यानबाजी कर रहे हैं, जबकि सत्यता यह है कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों को अनेक वित्तीय लाभ प्रदान किए हैं और वित्तीय अनुशासन भी सुनिश्चित किया