राजस्थान रोडवेज: 55 वर्ष से कम उम्र के परिचालकों को रूट पर तैनाती, सख्ती से लागू होंगे आदेश
जयपुर: राजस्थान रोडवेज में 55 वर्ष से कम उम्र के सभी परिचालकों को अब रूट पर तैनात किया जाएगा, और ऑफिस में बैठने की अनुमति नहीं होगी। रोडवेज के एमडी पुरुषोत्तम शर्मा के निर्देश पर यह आदेश जारी किया गया है, जिसे जल्द ही पूरी तरह से लागू किया जाएगा। हाल ही में जयपुर डिपो में 22 परिचालकों को रूट पर तैनात किया गया है। मुख्य प्रबंधक प्रतीक शर्मा ने इस आदेश की पुष्टि की है।
यह कदम रोडवेज में परिचालकों की कार्यकुशलता बढ़ाने और संचालन में सुधार लाने के लिए उठाया गया है। आदेश के अनुसार, अब से 55 वर्ष से कम उम्र के परिचालक केवल रूट पर ही काम करेंगे, और उन्हें ऑफिस में बैठने की अनुमति नहीं होगी। इससे परिचालकों की उपस्थिति और कार्य की गुणवत्ता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
चालकों की कमी से बिगड़े शेड्यूल
वहीं दूसरी ओर, रोडवेज डिपो में चालकों की कमी के कारण कई बसों का संचालन प्रभावित हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, पर्याप्त चालकों के अभाव में नए शेड्यूल के तहत बसों का संचालन संभव नहीं हो पा रहा है। रोडवेज प्रबंधन ने बसों की पर्याप्तता के बावजूद कई नए मार्गों के लिए शेड्यूल प्रस्तावित किए हैं, लेकिन चालक की कमी के कारण ये शेड्यूल लागू नहीं हो पा रहे हैं।
कुछ डिपो ऐसे भी हैं जहां पर्याप्त संख्या में बसें होने के बावजूद, चालकों की कमी के कारण संचालन पुराने पैटर्न पर ही हो रहा है। खासकर उन चालकों की संख्या कम है जो परिवहन विभाग के बस परिचालन मापदंडों के अनुरूप फिट होते हैं। इसके चलते कुछ चालकों को स्वास्थ्य कारणों से अनफिट घोषित किया गया है, और इन चालकों को कार्यालय या कार्यशाला में अन्य कार्य सौंपे गए हैं।
यह स्थिति रोडवेज के बेड़े के विस्तार और शेड्यूल के सुधार के बावजूद कार्य में आने वाली चुनौतियों को दर्शाती है। अब विभाग को चालकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और संचालन को सुचारु बनाने के लिए नए कदम उठाने की आवश्यकता है।