राणा सांगा पर टिप्पणी को लेकर बवाल, करणी सेना का सपा सांसद के घर प्रदर्शन
लखनऊ, 27 मार्च 2025: समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन की राणा सांगा पर की गई टिप्पणी के बाद विवाद गहरा गया है। इस बयान से नाराज करणी सेना ने बुधवार को उनके आवास पर जोरदार प्रदर्शन किया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
करणी सेना का विरोध और सपा की प्रतिक्रिया
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद के आवास पर विरोध जताते हुए नारेबाजी की और उनके बयान को राजपूत समाज का अपमान बताया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस को लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित करना पड़ा।
इस बीच, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर अलग ही रुख अपनाते हुए इसे दलित विरोधी हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि दलित होने के कारण सांसद के घर पर हमला हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का उद्देश्य किसी ऐतिहासिक व्यक्तित्व का अपमान करना नहीं है।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज की स्थापना में विश्वास रखती है। उन्होंने लिखा:
“हम कमजोर से कमजोर व्यक्ति को भी सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं है। समाजवादी पार्टी मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं उठा रही।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा इतिहास के कुछ विषयों को राजनीतिक लाभ और सामाजिक विभाजन के लिए इस्तेमाल कर रही है।
सपा सांसद का स्पष्टीकरण
रामजी लाल सुमन ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ इतिहास की एकपक्षीय व्याख्या को उजागर करना था। उन्होंने कहा:
“हमारा कोई भी प्रयास राजपूत समाज या किसी अन्य समाज का अपमान करना नहीं है। आज के लोकतांत्रिक दौर में इतिहास की घटनाओं की व्याख्या नहीं की जा सकती, क्योंकि वे अपने समय की परिस्थितियों के आधार पर हुई थीं।”
भाजपा पर सपा का हमला
अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को इतिहास के विवादों में उलझने के बजाय जनता की रोज़ी-रोटी, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने भाजपा पर भेदभावपूर्ण राजनीति करने का भी आरोप लगाया।