पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक तनाव पर रूस का बड़ा बयान, भारत के साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने को तैयार
नई दिल्ली, 30 अप्रैल — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच रूस ने भारत के साथ खड़े होने का स्पष्ट संदेश दिया है। रूस के उप विदेश मंत्री एंड्री रुडेंको ने भारत के राजदूत विनय कुमार से मुलाकात कर वैश्विक आतंकवाद से मिलकर लड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
रूस के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक आधिकारिक बयान में कहा, “भारत के साथ मिलकर वैश्विक आतंकवादी खतरे का मुकाबला करने के लिए रूस तैयार है।”
🔴 भारत-पाक में तनाव चरम पर, हमले के बाद वीजा नीति सख्त
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में एक नेपाली नागरिक समेत 26 पर्यटकों की जान चली गई। इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है। हमले के बाद भारत ने 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द कर दिए हैं, सिवाय राजनयिक और मेडिकल वीजा के, जो सिर्फ 29 अप्रैल तक वैध रखे गए।
🟠 पाकिस्तान को डर, भारत के जवाबी कदम की आशंका
भारत की सख्त प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान खौफ में है और वह चीन, तुर्की जैसे मित्र देशों से समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है। वहीं भारत को रूस जैसे रणनीतिक साझेदार से स्पष्ट समर्थन मिल रहा है, जिससे पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है।
🔵 संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जताई चिंता, की दोनों देशों से बात
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग बातचीत की। गुटेरेस ने आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कानूनी जवाबदेही और न्याय की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि वह भारत-पाक के बीच तनाव कम करने के प्रयासों में सहयोग देने को तैयार हैं।
🟢 रूस की भूमिका अहम, भारत को मिला कूटनीतिक समर्थन
रूस की ओर से आया यह समर्थन केवल आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने वाला कदम भी माना जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में भारत आतंक के खिलाफ वैश्विक मोर्चे पर और सक्रिय भूमिका निभा सकता है।