Sarso Mandi Bhav: सरसों को कब बेचें और कब रोकें, जानें विशेषज्ञों की राय
नमस्कार किसान साथियों! सरसों की फसल का सीजन है और बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। आज हम आपको बताएंगे कि सरसों का बाजार क्या दे रहा है आवाज, कब बेचना है और कब रोकना है।
विदेशी बाजारों में तेजी:
विदेशी बाजारों में पाम तेल और सोया तेल की कीमतें बढ़ रही हैं। मलेशिया में पाम तेल के भाव 4200 के पार हो गए हैं। यह तेजी सरसों के बाजार को भी प्रभावित कर रही है।
मंडियों में आवक कम:
मंडियों में सरसों की आवक कम हो रही है। गुरुवार को सरसों की आवक मात्र 2 लाख 75 हजार बोरी की हुई। कमजोर आवक के कारण प्लांटों को भाव बढ़ा कर खरीद करनी पड़ रही है।
ताजा मार्केट अपडेट:
गुरुवार के बाजार में सरसों के भाव में तेजी दर्ज की गई। जयपुर में भाव 6950 से बढ़कर 7075 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। अन्य मंडियों में भी भाव बढ़े हैं।
हाजिर मंडियों के भाव:
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव इस प्रकार से हैं:
– श्री गंगानगर मंडी: 5900-6420 रुपये प्रति क्विंटल
– नोहर मंडी: 5900-6380 रुपये प्रति क्विंटल
– बीकानेर अनाज मंडी: 5500-6301 रुपये प्रति क्विंटल
प्लांटों पर तेजी:
प्लांटों पर सरसों खरीद भाव में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। सलोनी प्लान्ट पर सरसों के भाव सीज़न के टॉप 7800 के आंकड़े को छूने में सफल रहे।
विशेषज्ञों की राय:
विशेषज्ञों का कहना है कि सरसों के बाजार में तेजी की स्थिति बनी रह सकती है। लेकिन यह भी कहना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। इसलिए किसानों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए।
सरसों का बाजार तेजी की ओर बढ़ रहा है, लेकिन उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। किसानों को विशेषज्ञों की राय को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना चाहिए। Read More Artical