पंजाब-हिमाचल बॉर्डर पर बढ़ता तनाव: खालिस्तानी समर्थकों को पुलिस ने रोका, सुरक्षा कड़ी

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पंजाब-हिमाचल बॉर्डर पर बढ़ता तनाव: खालिस्तानी समर्थकों को पुलिस ने रोका, सुरक्षा कड़ी

पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर तनाव बढ़ता जा रहा है। खालिस्तानी समर्थकों के एक समूह को हिमाचल में प्रवेश से रोकने के लिए पंजाब पुलिस ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। हालात को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी है।

हिमाचल में घुसने की कोशिश, पंजाब पुलिस ने रोका

पंजाब के होशियारपुर जिले से हिमाचल की ओर बढ़ रहे खालिस्तानी समर्थकों को बॉर्डर से पहले ही पंजाब पुलिस ने रोक दिया। यह समूह भिंडरावाले के झंडों को लेकर हुए विवाद के विरोध में प्रदर्शन कर रहा था और हिमाचल में अपना विरोध दर्ज कराने की कोशिश कर रहा था।

प्रदर्शनकारियों की योजना हिमाचल प्रदेश में प्रवेश कर वहां के सार्वजनिक वाहनों और अन्य स्थानों पर भिंडरावाले के पोस्टर लगाने की थी। इसे देखते हुए पंजाब पुलिस ने पहले ही रणनीतिक कदम उठाए और बॉर्डर पर कड़ी चौकसी बढ़ा दी।

HRTC बसों पर हमला, सुरक्षा को लेकर सवाल

प्रदर्शनकारियों के विरोध के बीच बीते दिन मोहाली के खरड़ में हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बसों पर हमला किया गया। इस घटना के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच बातचीत हुई, जिसमें दोनों राज्यों के बीच शांति बनाए रखने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर चर्चा हुई।

हिमाचल सरकार ने बढ़ाई सुरक्षा, बॉर्डर पर कड़ी निगरानी

तनाव को देखते हुए हिमाचल सरकार ने एहतियातन सुरक्षा बढ़ा दी है। हिमाचल पुलिस ने ऊना जिले के चिंतपूर्णी और गगरेट क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। बॉर्डर पर आने-जाने वाले वाहनों की कड़ी जांच की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

HRTC ने भी अपनी 10 बस सेवाओं को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है। हालात सामान्य होने तक बसों का संचालन सीमित रहेगा।

राजनीतिक बयानबाजी तेज़, आरोप-प्रत्यारोप जारी

इस घटना ने राजनीतिक माहौल को भी गर्म कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के कुशासन के कारण कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

वहीं, अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने भी बयान दिया कि सिख तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से मांग की कि इस मामले को लेकर हिमाचल और पंजाब सरकारों के बीच समन्वय बैठक हो।

स्थिति पर प्रशासन की पैनी नज़र

फिलहाल, हिमाचल और पंजाब की पुलिस मिलकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दोनों राज्य सरकारें इस मुद्दे को शांति से सुलझाने का प्रयास कर रही हैं ताकि सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो।