सरकार मित्रों और सलाहकारों पर लुटा रही करोड़ों, आम जनता के लिए कोई योजना नहीं: जयराम ठाकुर
शिमला, 1 मार्च: हिमाचल प्रदेश में सरकार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में आ गई हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को छोड़कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार मित्रों, सलाहकारों और मुख्य संसदीय सचिवों (CPS) पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है।
मंदिरों की निधि पर सरकार की नीयत सवालों में
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री स्पष्ट दस्तावेज होने के बावजूद सच को नकार रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं, जबकि उनकी पार्टी की अध्यक्ष और मंत्री खुद स्वीकार कर रहे हैं कि मंदिरों से धन मांगा जा रहा है।” यह सरकार की आर्थिक विफलता और कुप्रबंधन को दर्शाता है।
सीपीएस और मित्र मंडली सरकार की प्राथमिकता
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार आम जनता के लिए कार्य करने के बजाय अपने करीबी लोगों को फायदा पहुंचा रही है।
➡️ नियमों के खिलाफ संसदीय सचिवों की नियुक्ति कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ डाला गया।
➡️ सीपीएस को बचाने के लिए कानूनी लड़ाई में एक-एक सुनवाई पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए।
➡️ जिन योजनाओं के लिए मंदिरों से निधि मांगी जा रही है, उन्हीं योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर करोड़ों खर्च हो चुके हैं।
केन्द्र सरकार की सहायता का हो रहा दुरुपयोग
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार केंद्र द्वारा भेजी गई विकास निधि को अन्यत्र डायवर्ट कर रही है। उन्होंने कहा, “जहां मुख्यमंत्री और उनके करीबी लोग लाभान्वित हो सकते हैं, वहां धन की कोई कमी नहीं होती, लेकिन जब आम जनता की भलाई की बात आती है, तो सरकार केंद्र को दोष देने लगती है।”
जनता पर बढ़ाए गए आर्थिक बोझ
विपक्ष के नेता ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सुक्खू सरकार ने जनता की जेबें खाली करने का काम किया है।
🔺 डीजल की कीमतों में ₹6 की बढ़ोतरी से परिवहन महंगा हुआ।
🔺 आपदा में सिर्फ करीबी ठेकेदारों को राहत, अन्य लोगों के क्रशर बंद कर दिए गए।
🔺 बिजली सब्सिडी समाप्त, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा।
🔺 राशन महंगा किया गया, तेल की आपूर्ति महीनों रोकी गई।
🔺 नौकरियां खत्म कर बेरोजगारों के संकट को बढ़ाया।
मुख्यमंत्री झूठ बोलने पर माफी मांगें: भाजपा
जयराम ठाकुर ने कहा कि मंदिरों से धन मांगने के दस्तावेज सार्वजनिक हो चुके हैं। ट्रस्ट की बैठकों में इसकी पुष्टि भी हुई है। उन्होंने कहा, “जब पार्टी अध्यक्ष और मंत्री खुद मान रहे हैं कि धन मांगा गया है, तो मुख्यमंत्री क्यों इनकार कर रहे हैं?” यह सरकार की नीयत को दर्शाता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे जनता को भ्रमित करना बंद करें और झूठ बोलने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
भाजपा लड़ेगी जनता की लड़ाई
भाजपा नेता ने साफ किया कि पार्टी इस मुद्दे को हर मंच पर उठाएगी और आम जनता की आस्था और अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे सरकार के इस रवैये के खिलाफ आवाज उठाएं।