3 दिन में 150 रुपये किराये का मामला नहीं निपटा, सरकारी अस्पताल में लटका ताला

एलोपैथिक अस्पताल का फिलहाल संचालन होना फिलहाल मुश्किल लग रहा है। तीन दिन बाद भी स्वास्थ्य विभाग और भवन स्वामी के बीच सुलह नहीं हो पाई है। बाकायदा भवन स्वामी चाबी लेकर निजी काम से हल्द्वानी चले गए हैं।

अब स्वास्थ्य विभाग अस्पताल के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में जुट गया है। वहीं, तीन दिन से रोज अस्पताल पहुंच रहे मरीज परेशान हैं। तीन दिन पूर्व अल्मोड़ा के कनारीछीना में भवन स्वामी ने एलोपैथिक अस्पताल में ताला लगा दिया था।

कहना था कि उनके भवन के सात कमरों में अस्पताल संचालित हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें एक साल से 150 रुपये मासिक किराया नहीं दिया है। तमाम बार पत्र भेजकर किराया बढ़ाने की मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

इसके कारण उन्हें ताला लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा। मंगलवार को अल्मोड़ा पहुंचे भवन स्वामी की सीएमओ से मुलाकात नहीं हो पाई। इससे पूरे मसले का हल नहीं निकल पाया। बुधवार को भवन स्वामी निजी कार्य से हल्द्वानी चले गए।

इससे तीसरे दिन भी अस्पताल में ताला लटका रहा। फिलहाल मामले में सुलह के आसार कम नजर आ रहे हैं। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में जुट गया है।

कैसे होगा दवा का वितरण: किराए के कमरों पर चल रहे एलोपैथिक अस्पताल में ताला लटका हुआ है। भवन स्वामी पिछला किराया चुकाने और किराया बढ़ाने की मांग पर अड़े हुए हैं। एलोपैथिक अस्पताल की सारी दवाइयां कमरों में ही बंद हैं। अगर स्वास्थ्य विभाग उपकेंद्र में वैकल्पिक व्यवस्था कर भी लेता है तो मरीजों को कहां से दवा दी जाएगी इसका कोई उपाय नहीं ढूंढा गया है।

उपकेंद्र में संचालित होगा एलोपैथिक अस्पताल
फिलहाल अस्पताल में ताला लगा  है। मरीजों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। डॉक्टर और स्टॉफ भी खाली बैठे हुए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग पास में ही किराए के कमरे में संचालित किए जा रहे उपकेंद्र में वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी में है। उम्मीद है कि गुरुवार से डॉक्टर उपकेंद्र में मरीजों को देखेंगे।

पूरे प्रकरण की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। भवन स्वामी से वार्ता की गई है। जल्द समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।