गेहूं की खेती से लाखों की कमाई का राज, इस टाइम पीरियड में करें बुवाई होगी मोटी कमाई
आजकल गेहूं की खेती किसानों के लिए मालामाल बनने का रास्ता खोल दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की खेती करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखकर और सही देखभाल से लाखों का मुनाफा कमाया जा सकता है।
गेहूं की बुवाई का सही समय और तरीका
गेहूं की बुवाई का सही समय 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होता है। इस दौरान उच्च गुणवत्ता वाली प्रजातियों की बुवाई की जाती है। इसके बाद, 15 दिसंबर से 20-25 दिसंबर तक मध्यम और देरी वाली प्रजातियां बोई जाती हैं। गेहूं की बुवाई से पहले खेत की जुताई कर उसे नमी युक्त बनाना चाहिए, ताकि फसल अच्छी तरह से जम सके।
बीज और उर्वरक की मात्रा
अगर आप 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच बुवाई कर रहे हैं, तो एक बीघा भूमि के लिए 25 किलोग्राम बीज पर्याप्त होता है। यदि आप देर से बुवाई कर रहे हैं, तो बीज की मात्रा 25 से बढ़ाकर 35 किलोग्राम करनी पड़ती है। उर्वरकों में संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है। गोबर और कंपोस्ट की कमी होने पर नाइट्रोजन, यूरिया, डीएपी, फास्फोरस, सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी), और न्यूरोटा पोटाश का इस्तेमाल करना चाहिए।
सिंचाई और पोषक तत्व
पहली सिंचाई 20 से 25 दिनों के बीच अवश्य करें और इसके साथ नाइट्रोजन यानी यूरिया का इस्तेमाल करना आवश्यक है। गेहूं की फसल में उर्वरक और पानी का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण है। Read More Artical