निजी स्कूलों के द्वारा बगैर पी . टी. ऐ. अनुमोदन के ही फीस वृद्धि का निर्णय लेकर कर कानून का खुलमखुल्ला उलंघन।

अभिभावक संघ शिमला प्रदेश के द्वारा प्रदेश के सभी निजी स्कूलों में 05 दिसंबर 2019 के दिशानिर्देशों के अनुसार एक सशक्त और प्रभावी पी. टी. ऐ. को गठित करने के लिए अनगिनत बार निवेदन करने के बावजूद भी सोचे समझे तरीके से किसी भी निजी स्कूल संस्थानों के द्वारा वर्तमान शिक्षा सत्र में उपयुक्त समय की उपलब्धता के बावजूद पी टी ऐ का पुनर्गठन नहीं किया गया। इससे यह प्रतीत होता है कि ये निजी शिक्षण संस्थान न तो कानून का पालन करते हैं और न ही लोकतान्त्रिक कार्यप्रणाली पर विश्वास करते हैं। जैसे कि हम पूर्व में भी अनगिनत बार निवेदन कर चुके हैं कि अतिशीघ्र सभी स्कूलों में पी टी ऐ का गठन किया जाये परन्तु यह मामला जस का तस ही ठहरा हुआ है। अब हद तो यह है कि बहुत सारे ऐसे शिक्षण संस्थान अभिभावकों से बैठक किये बगैर ही और बिना पी. टी. ऐ. के गठन किये बगैर ही मनमाने तरीके से फीस की बढ़ोतरी भी करने लगे हैं। हमारा यह संघ यह भी मांग करता है कि निदेशक उच्च शिक्षा हिमाचल प्रदेश के द्वारा अभी 04 -04 -2022 को जारी किये गए पत्र के अनुसार सम्बंधित ज़िले के उपायुक्तों को अभिभावकों के फीस से सम्बंधित शिकायत के लिए मनोनीत किया गया है। परन्तु ऐसे असंगठित अभिभावकों के लिए किसी भी तरह का उपयुक्त डिजिटल मंच (प्लेटफार्म) या हेल्पलाइन का प्रावधान भी नहीं किया गया है। वैसे अधिकतर अभिभावक डी सी साहब के दफ्तर में जाने से हिचकिचाते भी हैं। कार्यकारिणी के सभी सदस्य एक स्वर से प्रदेश सरकार विशेष तौर पर माननीय मुख्यमंत्री जी से व माननीय शिक्षा मंत्री जी से इस सम्बन्ध में तुरंत हस्तक्षेप कर अभिभावकों को अभी आरम्भ हुए वर्तमान शिक्षा सत्र में तत्काल बिना पी टी ऐ की अनुमति से फीस वृद्धि रोकने के लिए एवं प्रदेश के सभी निजी स्कूलों के सुचारू प्रबंधन के लिए तुरंत पी टी ऐ गठन करने के लिए तुरंत आदेश जारी करने के लिए पुनः निवेदन करते हैं।