दर्दनाक सड़क हादसा: ट्रक और ट्रेलर की टक्कर में 4 युवकों की मौत
झारखंड के गिरिडीह और हजारीबाग जिलों में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में चार युवकों की मौत हो गई। पहली घटना गिरिडीह में हुई, जहां फैक्ट्री जाते समय दो बाइक सवार युवकों को तेज रफ्तार ट्रेलर ने कुचल दिया। दूसरी घटना हजारीबाग में घटी, जहां एक ट्रक की टक्कर से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।
गिरिडीह हादसा: ट्रेलर ने दो युवकों को कुचला
गिरिडीह-धनबाद मुख्य मार्ग पर स्थित डांडीडीह वनांचल कॉलेज के पास एक दर्दनाक हादसा हुआ। तेज गति से आ रहे एक ट्रेलर ने बाइक सवार दो फैक्ट्री कर्मचारियों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के झगरी निवासी शंकर साव पंडित (32) और पचंबा थाना क्षेत्र के बिशनपुर निवासी अनीश अहमद (32) के रूप में हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों युवक एक ही बाइक पर सवार होकर बालमुकुंद फैक्ट्री जा रहे थे। रास्ते में उनकी बाइक दूसरी बाइक से टकरा गई, जिससे दोनों सड़क पर गिर गए। इसी दौरान पीछे से आ रहे ट्रेलर ने उन्हें कुचल दिया। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और सड़क जाम कर दिया।
हजारीबाग हादसा: ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर
हजारीबाग जिले के एनएच-33 स्थित इटखोरी मोड़ के पास बुधवार देर रात एक और सड़क दुर्घटना हुई। इस घटना में तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान कटकमसांडी निवासी राहुल कुमार यादव और इचाक निवासी अनिल कुमार के रूप में हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोनों युवक इटखोरी मोड़ से पदमा की ओर जा रहे थे, तभी सामने से आ रहे एक ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। बताया जा रहा है कि दोनों युवकों ने हेलमेट नहीं पहना था, जिससे सिर में गंभीर चोटें आईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है।
सड़क सुरक्षा पर बढ़ती चिंताएं
इन दो घटनाओं के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसे क्षेत्रों में यातायात नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और सड़कों पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जाए।
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वह सड़कों पर स्पीड लिमिट, हेलमेट और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित कराए ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।