सरकार के दो साल: उपलब्धियों के नाम पर खाली दावे, जयराम ठाकुर का तीखा हमला

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सरकार के दो साल: उपलब्धियों के नाम पर खाली दावे, जयराम ठाकुर का तीखा हमला

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार के पास दो साल के कार्यकाल के बावजूद गिनाने के लिए कोई ठोस उपलब्धि नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल पूर्ववर्ती सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं पर दावा कर रही है और खुद की कोई विशेष उपलब्धि नहीं दिखा पा रही है।

पूर्ववर्ती योजनाओं का श्रेय लेने का आरोप

जयराम ठाकुर ने कहा कि मौजूदा सरकार ने अब तक कोई नई योजना लागू नहीं की है, बल्कि केवल पूर्व सरकार और केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को ही अपनी सफलता बताने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार ने जनता के समक्ष कई भ्रामक जानकारियाँ पेश की हैं।

बुजुर्गों की पेंशन पर संकट

ठाकुर ने प्रदेश में बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन के छह महीनों से रुके होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब वृद्धजनों को अपनी पेंशन के लिए महीनों इंतजार करना पड़ रहा है। यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है।

स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल

सरकार द्वारा 69 स्वास्थ्य संस्थानों को आदर्श चिकित्सा केंद्र बनाए जाने के दावे पर सवाल उठाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि जमीनी स्तर पर ऐसी कोई सुविधा नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों की हालत दयनीय है और सरकार केवल झूठे दावे कर रही है।

महिला सम्मान निधि योजना पर उठे सवाल

महिलाओं के लिए चलाई जा रही सम्मान निधि योजना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश की केवल 30,000 महिलाओं को ही एक बार राशि दी गई है, जबकि पात्र महिलाओं की संख्या 23 लाख से अधिक है। उन्होंने कहा कि लाखों आवेदन सरकारी कार्यालयों में धूल फांक रहे हैं और महिलाओं को उनके हक से वंचित किया जा रहा है।

स्वरोजगार और शिक्षा पर भी निशाना

स्वरोजगार के क्षेत्र में सरकार की विफलता पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इतने बड़े प्रदेश में सरकार अब तक केवल सवा दो करोड़ रुपये ही खर्च कर पाई है, जो कि ऊंट के मुँह में जीरा समान है। इसके अलावा, प्रदेश में कई शैक्षणिक संस्थानों के बंद होने और अपराध एवं नशाखोरी की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की।

‘सरकार संवेदनहीन, झूठे दावों से जनता को बहला रही’

नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को संवेदनहीन बताते हुए कहा कि प्रदेश की जनता के सामने झूठे दावे पेश किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी विफलताओं को छिपाने की बजाय जमीनी स्तर पर काम करना चाहिए और प्रदेशवासियों को मूलभूत सुविधाएँ मुहैया करानी चाहिए।