खालिस्तानी समर्थक और भगोड़े अमृतपाल (Amritpal Singh) को पंजाब पुलिस ने 37 दिन की आंख मिचौली के बाद आखिरकार मोगा से गिरफ्तार कर लिया. चर्चाएं हैं कि अमृतपाल ने सरेंडर किया है, लेकिन पंजाब पुलिस (Punjab Police) का कहना है कि अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल, अमृतपाल को गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल (Dibrugarh Jail) भेज दिया गया है.
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल की गिऱफ्तारी पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने बड़ा बयान दिया है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कांगड़ा जिले के देहरा में अनुराग ठाकुर ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि भगोड़ा आखिर कितने दिन भागेगा. कानून के हाथ लंबे होते है. दहशत फैलाने वालों के ऊपर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए. वह बोले कि लम्बा समय लगा पंजाब को…थोड़ा जल्दी होता तो अच्छा था. बता दें कि अनुराग ठाकुर परागपुर के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में विश्राम के लिए रुके थे.
अमृतपाल को मोगा के रोड़े गांव से एक गुरुद्वारे के बाहर से गिरफ्तार किया गया. वह रात को ही गुरुद्वारे में पहुंचा था. इस दौरान उसने गुरुद्वारे में उपदेश दिए और फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि रोड़े जनरैल भिंडरावाला का गांव है. यहीं पर अमृतपाल को वारिस पंजाब दे का मुखिया बनाया गया था.