विक्रमादित्य सिंह ने निगमित सामाजिक दायित्व के तहत खेलों को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।

लोक निर्माण, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज मणिपुर के इम्फाल में आयोजित राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रियों के दो दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वाकांक्षी कदम उठा रही है। उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विभिन्न उद्यमों और बड़ी कंपनियों को खेलों के विकास के लिए निगमित सामाजिक दायित्व के तहत सहायता प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों के विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रयास किए जाने चाहिए।
उन्होंने केंद्र सरकार से शिमला जिला में शिलारू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण के हाई एल्टीच्यूड ट्रेनिंग सेंटर (हॉकी स्टेडियम) के समुचित उपयोग के लिए पर्याप्त कदम उठाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की तरह भौगोलिक परिस्थितियों वाले अन्य राज्यों में भी इस तरह के प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाने चाहिए ताकि खिलाड़ियों को अन्य केंद्रों में भी प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिल सकें। इससे उन्हें विभिन्न पारिस्थितिक स्थितियों में खेलने व प्रशिक्षण का अनुभव प्राप्त होगा।
उन्होंने गत वर्ष गुजरात में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली हिमाचल प्रदेश की महिला कबड्डी टीम की सदस्यों को शीघ्र प्रमाण-पत्र जारी करने का आग्रह भी किया।