दर्जी के पास पहुंचे लापता सुषमा के गांव और घर वाले।

हमीरपुर जिला के मझोट गांव की बेटी की शादी धंगोटा बडसर में हुई थी बीते सोलह दिनों से ससुराल से लापता होने पर आज मायका पक्ष की महिलाओं ने जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी से बेटी को तलाश करने की गुहार लगाई है। बता दे कि करीब सोलह दिन पहले बेटी सुषमा अपने घर से दवाई लेने के लिए हमीरपुर आई थी लेकिन उस दिन के बाद सुषमा का कोई अता पता नहीं लग पाया हैं। हालांकि पुलिस थाना में भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है लेकिन फिर भी कोई सुराग नहीं लगने से अब परिजन परेशान है।
लापता बेटी संतोष की माता निर्मला देवी ने रोते हुए जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी से गुहार लगाई की आप ही हमारी आखिरी उम्मीद हो क्योंकि प्रशासन हमारी बेटी को लाने में नाकाम रहा है और अफसरों का रवैया लचर है सुषमा की मां ने कहा कि सुषमा ने किसी से भी कोई बात नहीं की है लेकिन दो महीने पहले ससुराल में देवर के द्वारा मारपीट की गई थी और देवर द्वारा जबरदस्ती करने की कोशिश भी की गई है और दहेज भी घर से बाहर फेंक दिया था। उन्होंने बताया कि संतोष ने जब अपने पति को बताया तो पति ने भी मारपीट की थी जिसमें सुषमा के कान का पर्दा भी फट गया था।

महिला मंडल प्रधान नीलम ने भी कहा कि हमें सुषमा सही सलामत वापस चाहिए और दर्जी से हमारी आखिरी उम्मीद है। उन्होंने बताया कि सुषमा अकेली कहा पर चली गई है इस पर ससुराल वाले गलत इल्जाम लगा रहे है लेकिन ऐसा नहीं है हमारी बेटी बहुत शरीफ थी।
नरेश कुमार दर्जी ने तुरंत कारवाही करते हुए बिझड़ थाने में फोन कर केस की प्रोग्रेस जानी, साथ की पुलिस को तेजी से ढूंढने के आदेश दिए। दर्जी ने सुषमा के मां बाप से वादा किया की आपकी बेटी को अगले 15 दिनों में खुद ढूंढ कर ले आऊंगा। बेटी को ढूंढने के लिए मुझे जहां भी जाना होगा और जो भी करना होगा में करूंगा और आपकी बिटिया 15 दिन में आपके पास होगी।
नरेश कुमार दर्जी से मिल प्रतिनिधिमंडल के सांस में सांस आई और एक नई उम्मीद की किरण भी जगी, क्योंकि लंबे समय से नरेश कुमार दर्जी गरीब लोगों की उम्मीद पर खरे उतरते रहे है और सभी के लंबे समय से उलझे काम भी बनवाते रहे है।