Kolkata Rape: ‘ममता बनर्जी ने PM मोदी को लिखा दूसरा पत्र कहा आपका कोई जवाब नहीं आया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक और पत्र लिखा। इसमें उन्होंने अपराधी को सख्त सजा देने की अपनी पहले की मांग दोहराई। मुख्यमंत्री ने अपने X हैंडल पर पत्र शेयर करते हुए लिखा, “इतने संवेदनशील मुद्दे पर आपकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
पत्र में उन्होंने जघन्य अपराधों या बलात्कार के मामलों के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों और पहलों का भी जिक्र किया। ममता ने कहा कि पूरे पश्चिम बंगाल में कार्यरत मौजूदा 88 FTSC और 62 POCSO अदालतों के अलावा राज्य सरकार से 10 विशिष्ट POCSO अदालतों को मंजूरी दी गई है।
ममता ने पत्र में लिखा, “फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट (FJSCs) के संबंध में, 10 विशिष्ट POCSO अदालतों को राज्य सरकार की ओर से मंजूर किया गया है, इसके अलावा, 88 FTSCs और 62 POCSO नामित अदालतें पूरी तरह से राज्य सरकार के खर्च पर पूरे राज्य में काम कर रही हैं। मामलों की निगरानी और निपटान पूरी तरह से अदालतों के हाथों में है।
पत्र के अनुसार केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, केवल रिटायर न्यायिक अधिकारियों को FTSC में पीठासीन अधिकारी के रूप में तैनात किया जा सकता है, लेकिन माननीय हाई कोर्ट ने देखा है कि मामलों की गंभीरता को देखते हुए, स्थायी न्यायिक अधिकारियों को तैनात करने की जरूरत है। इसके लिए भारत सरकार के स्तर पर जांच और उसके बाद उचित कार्रवाई की जरूरत है, जिसके लिए आपका हस्तक्षेप जरूरी होगा।”
बजेपी ने दिया ये जबाब -:
प्रधानमंत्री को लिखे ममता के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीजेपी आईटी सेल प्रमुख, अमित मालवीय ने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री “झूठी” हैं, क्योंकि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बनर्जी के पहले पत्र के जवाब में लिखा था कि राज्य सरकार ने बलात्कार और POCSO के मामलों के निपटारे के लिए एक भी फास्ट ट्रैक कोर्ट नहीं बनाई है।