Homeमंडी भावWheat, गेहूं को नुक्सान से बचाने के लिए करे ये जरूरी काम

Wheat, गेहूं को नुक्सान से बचाने के लिए करे ये जरूरी काम

Wheat, गेहूं को नुक्सान से बचाने के लिए करे ये जरूरी काम

जब खेतों में बुवाई में देरी हो जाती है, तो किसानों के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन जाती है, खासकर गेहूं जैसी फसलों की बुवाई में। ऐसे समय में, किसानों को लेट बुवाई के लिए उपयुक्त किस्मों का चुनाव करना बेहद महत्वपूर्ण होता है, ताकि फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सके। निम्नलिखित गेहूं की कुछ किस्में लेट बुवाई के लिए आदर्श मानी जाती हैं:

1. एडी 2851

उपयुक्त बुवाई समय: 5-10 जनवरी

पैदावार: 50-55 क्विंटल प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह गर्मी सहनशील है और पीला व भूरा रतुआ के प्रति सहनशील है। इसकी ऊंचाई 85-88 सेंटीमीटर है, जिससे यह गिरने की समस्या से मुक्त रहती है।

उपयुक्त क्षेत्र: मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश।

2. राज 3765

उपयुक्त बुवाई समय: दिसंबर अंत या जनवरी के पहले सप्ताह

पैदावार: 18-24 क्विंटल प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह अधिक तापमान सहनशील है और चपाती के लिए बेहतरीन मानी जाती है।

उपयुक्त क्षेत्र: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा।

3. एडी 2967

उपयुक्त बुवाई समय: दिसंबर अंत या जनवरी के पहले सप्ताह

पैदावार: 25-28 क्विंटल प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह किस्म अगेती बुवाई में बेहतरीन रहती है, लेकिन लेट बुवाई के लिए भी उपयुक्त है।

उपयुक्त क्षेत्र: विभिन्न क्षेत्रों में उपयुक्त।

4. लोकवन

उपयुक्त बुवाई समय: मध्य जनवरी तक

पैदावार: 20-26 क्विंटल प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह जल्दी तैयार हो जाती है और चपाती के लिए बेहतरीन मानी जाती है।

उपयुक्त क्षेत्र: मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश।

5. एचआई 1544 (पूर्णा)

उपयुक्त बुवाई समय: जनवरी के पहले सप्ताह

पैदावार: 22-24 क्विंटल प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह किस्म चपाती के लिए बेहतरीन है और इसकी रोटियां पूरे दिन सॉफ्ट बनी रहती हैं।

उपयुक्त क्षेत्र: इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में उपयुक्त।

6. डी.बी.डब्लू.-90

उपयुक्त बुवाई समय: जनवरी तक

पैदावार: 42.80 मण प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह उच्च तापमान को सहन करने की क्षमता रखती है और स्ट्रिप एवं लीफ रस्ट अवरोधी है।

7. पी.बी.डब्लू.-590

उपयुक्त बुवाई समय: जनवरी तक

पैदावार: 42.2 मण प्रति एकड़

विशेषताएँ: यह ताप सहिष्णु और लीफ रस्ट अवरोधी है, जिससे इसकी पैदावार में वृद्धि होती है।

लेट बुवाई के लिए बीज की मात्रा

लेट बुवाई के लिए बीज की मात्रा 55-60 किग्रा प्रति एकड़ होनी चाहिए। बीज को बुवाई से पहले 12 घंटे पानी में भिगोकर रखना चाहिए और फिर 2 घंटे छाया में सुखाना चाहिए, ताकि बीज का जमाव अच्छा हो और वह जल्दी अंकुरित हो।

सर्वश्रेष्ठ विकल्प

यदि आप लेट बुवाई कर रहे हैं, तो एडी 2851 को सबसे उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि यह कम समय में तैयार होती है और अच्छा उत्पादन देती है। इसके अलावा, अन्य किस्में भी आपके क्षेत्र की मिट्टी और जलवायु के अनुसार उपयुक्त हो सकती हैं।

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