हां.. मैंने ही मां को मारा है! ये दलील है एक बेटे की, जिसने खुद अभी-अभी अपनी मां पर बेरहमी से हमाला किया था. दरअसल ये पूरा वाकया केरल के कन्नूर जिले के कनिचिरा का है, जहां एक नजदीकी अस्पताल में 63 साल की रुग्मिनी नाम की एक महिला, जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी. बीते करीब एक सप्ताह से तमाम डॉक्टर महिला को ठीक करने की कोशिश में थे, मगर अफ़सोस शनिवार के रोज़ वो जिंदगी की जंग हार गई…
63 साल की रुग्मिनी के मौत के बाद, पुलिस के पास अब प्राइम सस्पेक्ट था खुद रुग्मिनी का बेटा सुजीत, जिसके खिलाफ उसी के तमाम परिजनों ने गवाही दी थी. बिना वक्त गवाए मृत महिला के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई. शुरुआती पड़ताल में सुजीत चुप्पी साधे रहा, मगर फिर पुलिसिया अंदाज में पड़ताल हुई और वो टूट गया.
आरोपी बेटा सुजीत बोला- हां.. मैंने ही मां को मारा! फिर आगे की पड़ताल में खुलासा हुआ कि, दरअसल सुजीत को मोबाइल एडिक्शन था, मसलन वो बिना फोन कुछ देर भी नहीं रह पाता था. इसी को लेकर उसकी मां रुग्मिनी ने उससे सवाल किया था. न सिर्फ इतना, बल्कि फोन को ज्यादा इस्तेमाल करने से इनकार किया था.
अपनी मां की यही बात, सुजीत को बेहद चूभ गई और उसने गुस्से में आकर अपनी मां का सिर पकड़कर बेरहमी से दीवार पर पटक दिया, जिससे महिला गंभीर तौर पर जख्मी हो गई. वारदात की तस्दीकी करने वाले परिजन फौरन घायल महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां करीब एक सप्ताह तक उसका इलाज चला, मगर अफ़सोस उसे बचा न पाए और उसकी मौत हो गई.
मानसिक तौर पर अस्वस्थ है आरोपी
मामले में जारी पड़ताल में मालूम चला कि, आरोपी मानसिक तौर पर अस्वस्थ है. उसे एक बार कोझिकोड के कुथिरावट्टम के सरकारी मानसिक अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था. हालांकि फिलहाल इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए, सुजीत को अपनी ही मां पर जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.