हमीरपुर लोकसभा में भाजपा के कैप्टन के सामने होगा कांग्रेस का कर्नल ?

सतपाल रायजादा का टिकट हाईकमान ने किया होल्ड, पैनल में जा चुके है दो नामों में कर्नल पटियाल का नाम कांग्रेस के पदाधिकारियों ने हाईकमान को मेल कर हमीरपुर से किसी पूर्व सैनिक को उतारने की रखी मांग
पूर्व मुख्यमंत्री धूमल को लोकसभा में हराने वाले मेजर जरनल विक्रम सिंह का दिया उदाहरण

राजनीतिक विशलेषक। हमीरपुर

एक ओर जहां कांग्रेस ने मंडी व शिमला से अपने लोकसभा के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए है। वहीं कांगड़ा के साथ हमीरपुर के नामों पर पेंच फंस गया है। इनमें खासतौर पर हमीरपुर लोकसभा के लिए फंसे पेंच की चर्चा इसलिए ज्यादा है कि यहां हाल ही में स्वंय मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह कुटलैहड़ की जनसभा में सतपाल रायजादा के नाम पर मोहर लगाने का ईशारा किया। सूत्रों की माने तो जब इस मसले पर हाईकमान में चर्चा चली तो हाईकमान ने फिलहाल रायजादा के नाम को ये कह कर होल्ड करवा दिया कि यहां इसके अलावा अन्य भी शसक्त कांग्रेसी को भी खंगाला जाए। उधर कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने हाईकमान में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष खडग़े तक को मेल कर हमीरपुर लोकसभा चुनावों में किसी पूर्व सैनिक को ही उतारने पर बल दिया है। वजह ये मानी जा रही है कि ऊना से ही मेजर जनरल विक्रम सिंह को कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के सामने उतारा था और विक्रम सिंह चुनाव सैनिक बाहुलय होने के चलते जीत भी गए। इस बार एक बार फिर कांग्रेस हाईकमान ऐसे ही प्रयोग को करने की चर्चा में है।

बतातें चलें कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी वर्तमान में टैरोटोरियल आर्मी में कैप्टन के रैंक पर है। लिहाजा हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र सैनिक बाहुलय क्षेत्र भी है, ऐसे में कांग्रेस भी किसी पूर्व सैनिक पर अपना दांव खेलने पर मंथन कर सकती है। बतातें चलें कि लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पैनल में दो ही नाम हाईकमान के पास गए है। इनमें सतपाल रायजादा एवं कर्नल धर्मेंद्र पटियाल शामिल है, लिहाजा ऐसे में कर्नल पटियाल पर भी कांग्रेस दोव खेल सकती है। कर्नल पटियाल जहां सुजानपुर क्षेत्र में पडऩे वाले सैनिक स्कूल के सुजानियन रहे है।

वहीं हमीरपुर कालेज में छात्र राजनीति में महासचिव भी रहे है। वर्तमान में वे बड़सर सीएसडी कैँटीन में बतौर मैनेजर कार्यरत है। ये कैंटीन बिलासपुर, हमीरपुर व ऊना जिलों के बीच होने से तीनों जिलों के पूर्व सैनिक यहां सामान लेने आते है। यही नहीं कर्नल पटियाल वर्ष 2012 में कुटलैहड़ से, वर्ष 2014 में लोकसभा, वर्ष 2017 में फिर कुटलैहड़ से टिकट की दावेदारियों में रहे है। इसके अलावा वर्ष 2017 के लोक सभा चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी के बतौर कवरिंग कैडिडेट भी रहे है। दूसरी ओर सतपाल रायजादा जहां एक बार विधायक रह कर दूसरी बार ऊना से चुनाव हार चुके है। उन्हें मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह के करीबियों में माना जाता है। अब देखना ये है कि हमीरपुर लोकसभा को लेकर कॉंग्रेस की टिकट का ऊंट किस करवट बैठता है l