यस बैंक-डीएचएफएल धोखाधड़ी मामले में ईड़ी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो बिल्डर संजय छाबड़िया और अविनाश भोसले की संपत्ति जब्त की है. प्रवर्तन निदेशालय ने संजय छाबड़िया की 251 करोड़ और अविनाश भोसले की 164 करोड़ रुपये की संपत्ति (कुल संपत्ति 415 करोड़ रुपये) जब्त की है. यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के प्रावधान के तहत की गई है. बता दें, Radius Developers के संजय छाबड़िया और ABIL Infrastructure के अविनाश भोसले को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था.
ईडी ने सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर यस बैंक के राणा कपूर और डीएचएफएल के कपिल वाधवान और धीरज वाधवान प्रमोटरों के खिलाफ जांच शुरू की है. आरोप यह लगाया गया है कि राणा कपूर ने M/s DHFL के प्रमोटर डायरेक्टर कपिल वाधवान और अन्य के साथ आपराधिक साजिश रची थी, ताकि यस बैंक लिमिटेड द्वारा M/s DHFL को वित्तीय सहायता दी जा सके. इसके बाद उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को लाभ पहुंचाया गया था.
दोनों बिल्डर को संघीय एजेंसी ने मामले की जांच के सिलसिले में जून में हिरासत में लिया था और अभी दोनों ही न्यायिक हिरासत में हैं.
ईडी और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) इस मामले की जांच कर रही है. दोनों केंद्रीय एजेंसियों ने दो बिल्डर, येस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर और डीएचएफएल के प्रमोटर-निदेशक कपिल वधावन तथा धीरज वधावन के खिलाफ अलग-अलग मामला दर्ज किया है. इस मामले में जहां दोनों वधावन को ईडी ने मई में गिरफ्तार किया था, जबकि कपूर को मार्च में गिरफ्तार किया गया था. ये दोनों भी अभी न्यायिक हिरासत में हैं.
ईडी ने आरोप लगाया कि राणा कपूर ने येस बैंक लिमिटेड के माध्यम से डीएचएफएल के अल्पकालिक गैर-परिवर्तनीय ‘डिबेंचर’ में 3,700 करोड़ रुपये और डीएचएफएल के ‘मसाला बॉन्ड’ में 283 करोड़ रुपये का निवेश किया.
बता दें, हाल ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने डीएचएफएल से संबंधित 34,615 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में पुणे में बिल्डर अविनाश भोसले के परिसर से अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर जब्त किया था. आरोप है कि 2011 में वर्वा एविएशन ने 36 करोड़ रुपये में एब्ल्यू109एपी हेलीकॉप्टर खरीदा था. वर्वा एशिएन का मालिकाना हक एसोसिएशन ऑफ पर्संस के पास है.