पंजाब में इन दिनों ठंड के मौसम के साथ-साथ घने कोहरे ने भी समस्या बढ़ा दी है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ समेत पंजाब के अधिकांश इलाकों में आज घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे विजिबिलिटी बहुत कम हो गई है। वहीं, चंडीगढ़ की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 375 तक पहुँच चुका है। इसका मतलब यह है कि यहां की हवा में इतना प्रदूषण है कि यह 20 सिगरेट पीने के बराबर है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।
मौसम विभाग ने 15 नवंबर तक घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है, जिसके बाद मौसम साफ हो सकता है। पंजाब में बीते 24 घंटों में तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। इसके चलते कई इलाकों में ठंड बढ़ी है और ठंड के कारण लोग अधिक सर्दी महसूस कर रहे हैं। बठिंडा में सबसे अधिक तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
चंडीगढ़ के AQI की स्थिति और भी चिंताजनक है, जहां 5 दिनों से हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है। चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों जैसे सेक्टर-22, पंजाब यूनिवर्सिटी, मोहाली, और अन्य हिस्सों में AQI 320 से 370 तक रिकॉर्ड किया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि इन क्षेत्रों में सांस लेना मुश्किल हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे हैं।
हालांकि, पंजाब सरकार ने पराली जलाने पर सख्ती बढ़ा दी है, लेकिन इस समस्या से पूरी तरह निजात नहीं मिल पाई है। हाल के दिनों में पराली जलाने के 83 नए मामले सामने आए हैं। बावजूद इसके, 9 जिलों में इस समस्या की सूचना नहीं मिली है, जो एक राहत की बात है।
इन परिस्थितियों में, लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे कि बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना और घने कोहरे में वाहन चलाते वक्त अतिरिक्त सतर्कता बरतना।