संभल जामा मस्जिद बवाल: पथराव और फायरिंग में दो और युवकों की मौत, स्थिति तनावपूर्ण
संभल जिले की जामा मस्जिद में हुए बवाल में दो और युवकों की मौत हो गई है, जिससे मरने वालों की संख्या अब तीन हो गई है। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। घटनास्थल पर पथराव और फायरिंग की खबरें आ रही हैं, और पुलिस प्रशासन ने स्थिति को काबू करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।
घटना का विवरण:
संभल की जामा मस्जिद का सर्वे रविवार को अदालत के आदेश पर दोबारा शुरू किया गया था। इसी दौरान, अराजकतत्वों ने प्रदर्शन और पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, फायरिंग की घटना में तीन युवकों को गोली लगी, जिनकी पहचान नईम, रोमान, और विलाल के रूप में हुई है। इन तीनों को गोली लगी थी और उनकी मौत हो गई। इसके अलावा, कई पुलिसकर्मियों को भी गोली के छर्रे लगे हैं, जिसमें पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) और उप जिलाधिकारी घायल हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस प्रशासन ने सर्वेक्षण टीम को सुरक्षित बाहर निकाला और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया। मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि उपद्रवियों के दो-तीन समूह थे जो लगातार गोलीबारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इन समूहों को तितर-बितर किया और लगभग 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
सर्वेक्षण का संदर्भ:
यह बवाल जामा मस्जिद के सर्वेक्षण से जुड़ा हुआ है, जिसे एक स्थानीय अदालत के आदेश पर किया जा रहा था। अदालत में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि जामा मस्जिद के स्थान पर हरिहर मंदिर था, जिसे मुग़ल सम्राट बाबर ने 1529 में ध्वस्त किया था। अदालत के आदेश पर मस्जिद का सर्वेक्षण पिछले मंगलवार को शुरू हुआ था, और रविवार को इसे पुनः दोहराया गया था। इस सर्वेक्षण को लेकर इलाके में पहले से ही तनाव का माहौल था।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया:
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जामा मस्जिद ऐतिहासिक और पुरानी है, और इसे लेकर विवाद नहीं उठाया जाना चाहिए। वहीं, उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता और याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि अदालत ने सर्वेक्षण को वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के साथ करने का आदेश दिया था ताकि कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जा सके।
स्थिति और आगे की कार्यवाही:
स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन संभल में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को स्थिर करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है, और सर्वेक्षण कार्य जारी है। आगामी 29 जनवरी को इस मामले में अगली सुनवाई होने वाली है, जो जामा मस्जिद के स्थान पर विवादित पूजा स्थल के दावे पर आधारित है।
इस बवाल ने धार्मिक और सांप्रदायिक मुद्दों के बीच सुरक्षा और प्रशासनिक चुनौतियों को सामने लाया है, और इससे जुड़ी आगे की घटनाओं पर सभी की नजरें बनी हुई हैं।