दुनिया के प्रख्यात सिद्ध पीठ दियोटसिद्ध में 2 जुलाई को होगा गुरु पूर्णिमा का भव्य आयोजन।

हमीरपुर। बाबा बालक नाथ के धाम दियोटसिद्ध में 2 जुलाई रविवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व प्राचीन सिद्ध परम्पराओं व सिद्ध मान्यताओं के अनुसार पूरी भव्यता से मनाया जा रहा है। श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ चैरिटेबल ट्रस्ट इस आयोजन का वर्षों से महंत श्रीश्रीश्री1008 राजेंद्र गिर जी महाराज के दिशा-निर्देशों पर सफल संचालन करता आ रहा है। बाल योगी के धाम दियोटसिद्ध धौलगिरी पर्वत के सुरम्य शिखर पर 2 जुलाई को पंजाब व हिमाचल के प्रख्यात लोक गायक रीना धीमान, विजय रत्न शर्मा व संदीप सूद बाबा के गुणगान व भव्य बखान में धमाल मचाएंगे। पूरे भारत में मनाए जाने वाले इस पर्व की दियोटसिद्ध में छटा अनोखी व नायाब रहती है। महंत आवास प्रशासन की ओर से इस भव्य आयोजन की तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उल्लेखनीय है कि स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ उत्तरी भारत व देश के अन्य हिस्सों के साथ विदेशी मूल के श्रद्धालु भी इस आयोजन में पहुंचना अपना सौभाग्य समझते हैं। बॉक्स दियोटसिद्ध की गुरु पूर्णिमा में कार्यक्रम की रूपरेखा महंत आवास प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 2 जुलाई रविवार को नाम-दान समारोह दोपहर 1 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक चलेगा। जबकि चौकी संकीर्तन में प्रख्यात लोक गायकों की तिकड़ी शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक बाल योगी बाबा बालक नाथ की महिमा का गुणगान करेगी। बॉक्स देश और दुनिया में एकमात्र सिद्ध पीठ में है गुरु-शिष्य की परम्परा महंत श्री को है वाकसिद्धी का वरदान बाल योगी बाबा बालक नाथ के साक्षात प्रतिनिधि व वर्तमान में गद्दीनशीन महंत श्रीश्रीश्री1008 राजेंद्र गिर जी महाराज को वाक सिद्धी वरदान है जिस कारण से दियोटसिद्ध में महंतों की सदियों पुरानी गद्दी पर यह वरदान श्रद्धालुओं के फलीभूत होता आया है। शायद यही कारण है कि बाबा के श्रद्धालुओं में गुरु पुर्णिमा के दिन नाम-दान लेने की होड़ सी मची रहती है। बॉक्स पूरे विश्व में बाबा बालक नाथ के धाम दियोटसिद्ध सिद्ध पीठ में ही गुरु-शिष्य परम्परा के तहत प्राचीन सिद्ध मान्यताओं व परम्पराओं का निर्वहन करने वाले सिद्ध पुरुष को महंत बनने का सौभाग्य मिलता है। इस परम्परा के अनुसार पूरी दुनिया में सिर्फ इसी सिद्ध पीठ में देखी जाती है। गद्दी नशीन महंत को वाक सिद्धी वरदान व इस गुरु-शिष्य परम्परा के तहत भी गुरु पूर्णिमा को यहां नाम-दान का बड़ा व विशेष महत्व माना जाता है। बॉक्स सिद्ध धरा पर बाबा के गुणगान के लिए मुझे बुलाया जाना मेरा नसीब है। बाबा बालक नाथ सिद्ध धाम की सिद्ध धरा पर बाबा की संकीर्तन चौकी में मुझे बुलाया जाना मेरा नसीब है। शायद पूर्व जन्म या इस जन्म का कोई सतकर्म रहा होगा जो मुझे सिद्ध सरकार के दरबार की सेवा प्राप्त हुई है। विजय रत्न, प्रख्यात लोक गायक। बॉक्स 2 जुलाई से लेकर 3 जुलाई तक चलने वाले गुरु पूर्णिमा समारोह की तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नाम-दान, सिद्ध संवाद व दर्शनों के लिए पहुंचने वाले तमाम श्रद्धालुओं से महंत श्री आवास प्रशासन अपील करता है कि वह इस सिद्ध आयोजन की पावनता को ध्यान में रखते हुए सफाई का विशेष ध्यान रखें। कूडा-कर्कटों के लिए चिन्हित व निहित डस्टबिनों का प्रयोग करें। पुलिस प्रशासन व मंदिर न्यास प्रशासन की व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। क्योंकि अनुशासन, पावनता व मर्यादा ही इस सिद्ध आयोजन की विशेषता होगी।