ननावां में दर्जनों परिवारों ने थामा भाजपा का दामन।

प्रदेश के मुख्यमंत्री केवल झांसा राम बनकर रह गए हैं। जहां कहीं भी वह चुनाव प्रचार में जा रहे हैं वहां पर लोगों को उस क्षेत्र का सांसद व विधायक होने का झांसा दे रहे हैं। लेकिन लोग पूरी तरह से समझ चुके हैं की जो आदमी मुख्यमंत्री बनकर अपने विधायकों के साथ ही तालमेल नहीं बिठा पाया वह लोगों को केवल झांसे ही दे रहा है। जिस तरह से आए दिन लोग कांग्रेस छोड़कर भाजपा से जुड़ रहे हैं उससे यह बात स्पष्ट हो रही है कि अब लोग सुक्खू उर्फ झांसा राम के झांसे में नहीं आने वाले हैं। बिझड़ी में हुई मुख्यमंत्री की नुक्कड़ सभा में उपस्थित कामगारों की संख्या को देखते हुए उन्होंने लोगों को झांसा दे दिया कि वह श्रम कल्याण बोर्ड का कार्यालय फिर से बिझड़ी में खोलेंगे। परंतु यदि वह कामगारों के हितैषी होते तो बिझड़ी में खुले हुए श्रम कल्याण बोर्ड के कार्यालय को बंद नहीं करते। क्षेत्र के हितैषी होते तो बिझड़ी पुलिस चौकी को दी नोटिफाई नहीं करते। पूर्व में बिझड़ी में अपनी जनसभा में की गई घोषणाओं को अमली जामा पहनाते। महिलाओं को₹1500 देने की बात भी उन्हें तब याद आई जब उन्हें यह पता चल गया कि चुनाव सिर पर हैं। हर माता बहनों को ₹1500 हर माह देने का झांसा देकर वोट जुटाने का असफल प्रयास मुख्यमंत्री कर रहे हैं। क्योंकि अब माता व बहनों को इस बात का पता चल गया है कि यह राशि केवल प्रदेश की 5 से 7% बताओ माता व बहनों को ही मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बड़सर क्षेत्र के बल्याह व ग्राम पंचायत नंनावां में हुई सभा में दर्जनों परिवारों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा। गौर तलब है कि जहां-जहां भी इंद्र दत्त लखनपाल व अनुराग ठाकुर की जनसभाएं हो रही हैं वाहन प्रतिदिन दर्जनों कांग्रेस के लोग भाजपा के साथ हो रहे हैं। जिससे इन चुनावों की हवा किस ओर जा रही है इसका पता स्वत: ही चल जा रहा है। क्योंकि दर्जनों लोग कांग्रेस छोड़कर भाजपा के साथ जुड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा से कांग्रेस में लोगों की एंट्री न के बराबर है