मणिपुर वायरल वीडियो पर गृह मंत्रालय सख्त, CBI मामले की करेगी जांच।

मणिपुर पिछले ढाई महीने से ज्यादा समय से हिंसा की आग में जल रहा है. हिंसा की शिकार महिलाएं भी हुई हैं. राज्य में 19 जुलाई को महिलाओं के साथ दरिंदगी का एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो जिस मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किया गया, पुलिस ने उसे बरामद कर सीबीआई को दे दिया है. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (BJP) मणिपुर वायरल वीडियो केस की जांच करेगी. गृह मंत्रालय सीबीआई को यह मामला भेजेगा.

मणिपुर वायरल वीडियो की घटना से देशवासी गुस्से में है. सूत्रों का कहना है कि जिस मोबाइल से मणिपुर महिलाओं का वायरल वीडियो शूट किया गया था, उसे बरामद कर लिया और साथ ही वीडियो बनाने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. गृह मंत्रालय (MHA) मणिपुर वायरल वीडियो मामले को लेकर काफी सख्त है. अब MHA यह केस सीबीआई को भेजेगा. साथ ही केंद्र सरकार भी सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर वायरल वीडियो मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर कराने का अनुरोध करेगी.

शीर्ष सरकारी सूत्रों के अनुसार, मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पहले से बेहतर है, लेकिन अभी बिल्कुल सामान्य नहीं है. राज्य में लगभग 35,000 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. लोगों के लिए दवा, दैनिक आपूर्ति का पूरा प्रबंध किया गया है. बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी फिर से काम पर लौट रहे हैं और स्कूल भी खुल रहे हैं. वहीं, केंद्र की ओर से कुकी और मैतेई समुदायों के सदस्यों के साथ कई दौर की बातचीत की गई है.मणिपुर वायरल वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि महिलाओं के हुए अत्याचार ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है. उन्होंने संसद कैंपस में कहा था कि मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. आरोपियों को माफ नहीं किया जाएगा.