सीर खड्ड में डूबे दोनों युवकों के शव गोविंद सागर झील में तीन दिन बाद मिले।

बिलासपुर घुमारवीं-18 अगस्त, जिला बिलासपुर के झंडूता उपमण्डल के तहत आने वाले तुंगड़ी गांव में सीर खड्ड में लापता हुए दोनों युवकों के शव आखिर तीसरे दिन घटना स्थल से करीब 12 किलोमीटर दूर बलघाड़ और बकेण में गोबिंदसागर झील में मिले। तीन दिनों से अपने बच्चों के सकुशल होने की आस लगाए परिजनों की उम्मीद टूट गई। गौर हो कि तुंगड़ी गांव में बीती 16 अगस्त से दो युवक लापता थे। दोनों युवकों के कपड़े सिर खड्ड किनारे मिले। खड्ड किनारे कपड़े मिलने से आशंका जताई गई थी कि युवक नहाने के लिए सीर खड्ड में उतरे हो और उनके साथ कोई हादसा हुआ है। इसके बाद पुलिस व प्रशाशन लगातार युवकों को ढूंढने के लिए कार्य कर रहा था।

युवकों को पानी में खोजने के लिए बुधवार को गोताखोर भी बुलाये गए थे लेकिन मौके पर कोई सफलता नहीं मिली थी। वीरवार को दोनों युवकों के शव मौके से करीब पंद्रह किलोमीटर दूर गोबिंद सागर झील में मिले। स्थानीय लोगों ने युवकों के शव झील में तैरते हुए देखे, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। सीर खड्ड में पानी का बहाव तेज होने के चलते दोनों युवक पानी के साथ करीब बारह किलोमीटर तक दूर चले गए थे।

पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और आगामी जांच शुरू कर दी गई है। आपको बता दें कि जोलप्लाखी गांव का 16 वर्षीय अमन तुंगड़ी गांव में अपने ननिहाल में रहता था। उसके पिता का देहांत हो चुका है। वह सुन्हानी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ता था। जबकि 18 वर्षीय निशांत तुंगड़ी गांव का ही रहने वाला था और बरठीं में आईटीआई कर रहा था।

निशांत अपने माता पिता का इकलौता बेटा था,और उसके पिता मिस्त्री का काम करते हैं और माता गृहिणी है। निशांत की तीन बहनें है। निशांत का 29 अगस्त को जन्मदिन था मगर इससे पहले ही कुदरत ने उसे उसके माता- पिता से छीन लिया।