कार्यालयों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर दिव्यांगजनों की पहुंच हो आसान।

हमीरपुर 03 दिसंबर। एडीसी मनेश यादव ने कहा है कि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने कार्यस्थलों, सार्वजनिक स्थलों और संस्थानों में दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए कुछ छोटे-छोटे आवश्यक प्रबंध करके इन लोगों की बहुत बड़ी मदद कर सकते हैं। इससे दिव्यांगजनों को बहुत सुविधा होगी और वे कई महत्वपूर्ण काम स्वयं करने में सक्षम होंगे। वे इन कार्यों के लिए किसी दूसरे व्यक्ति पर आधारित नहीं रहेंगे। रविवार को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के उपलक्ष्य पर यहां एनजीओ भवन के परिसर में आयोजित जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए मनेश यादव ने कहा कि सभी कार्यालयों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर दिव्यांगजनों की पहुंच को आसान बनाने के लिए सरकार की ओर से भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के कल्याण एवं उत्थान तथा उनके अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं तथा कुछ अधिनियम भी बनाए गए हैं। इन योजनाओं और अधिनियमों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, ताकि सभी दिव्यांगजन इनका लाभ उठा सकें। दिव्यांग बच्चों के शिक्षण-प्रशिक्षण से संबंधित संस्थाओं की सराहना करते हुए एडीसी ने कहा कि इन्हें जिला प्रशासन की ओर से भी हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि उपायुक्त कार्यालय परिसर हमीरपुर में स्थापित जिला दिव्यांगता पुनर्वास केंद्र (डीडीआरसी) में दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान किए जाते हैं। दिव्यांगजनों को इस केंद्र का लाभ भी उठाना चाहिए।
एडीसी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस को केवल एक रस्म अदायगी के रूप में ही नहीं मनाया जाना चाहिए, बल्कि हमें इन लोगों के प्रति अपनी आम दिनचर्या में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी गीता मरवाहा ने एडीसी, अन्य अधिकारियों, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों और दिव्यांगजनों का स्वागत किया तथा अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। समारोह में पहचान संस्था के विशेष स्कूल के बच्चों और अन्य दिव्यांगजनों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। दिव्यांग बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। एडीसी ने विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस प्रदर्शनी में दिव्यांगजनों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद प्रदर्शित किए गए।
एडीसी ने 18 दिव्यांगजनों को जिला दिव्यांगता पुनर्वास केंद्र की ओर से कृत्रिम अंग, व्हील चेयर्स और अन्य उपकरण प्रदान किए। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम की सहयोगी संस्थाओं ‘पहचान’, गूंजन, हिमाचल दिव्यांग कल्याण सभा, नेचुरल डिसेबिलिटी एसोसिएशन, डीडीआरसी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी राकेश पुरी, अन्य अधिकारी, पहचान संस्था की पदाधिकारी चेतना, शिखा, नेचुरल डिसेबिलिटी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी राजन कुमार, गूंजन संस्था के विकास कुमार, हिमाचल दिव्यांग कल्याण सभा के उपाध्यक्ष रोशन लाल और अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।