सुंदरनगर बस स्टैंड निर्माण स्थल पर विजिलेंस का छापा, भरे सैंपल।

गत जुलाई माह में सुंदरनगर बस स्टैंड में घटिया निर्माण सामग्री को लेकर मामला उजागर हुआ था, जिसमें डीसी मंडी, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश, एडीजीपी विजिलेंस ,सचिव,परिवहन विभाग ,परिवहन मंत्री को घटिया सामग्री व मानकों को दरकिनार कर निम्नस्तर के निर्माण की शिकायत प्रेषित हुई थी। मामले में अब स्टेट विजलैस स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक विजिलेंस ने बस स्टैंड में चल रहे निर्माण कार्य स्थल पर छापेमारी कर रेत,बजरी, पेबर ब्लॉक, कंक्रीट इत्यादि के सैंपल भरे है। मौके पर विजिलेंस विभाग मंडी, पीडब्ल्यूडी, परिवहन विभाग ,ठेकेदार , शिकायत कर्ता व अन्य लोग मौजूद रहे। तकरीबन डेढ़ से दो करोड़ की लागत से होने वाले इस पुनर्निर्माण कार्य के लिए प्राधिकरण द्वारा ठेकेदार को अग्रिम 20 लाख का भुगतान किया गया है।

न कोई ड्राइंग न कोई डिजाइन,
मौके पर उपस्थित प्रत्यक्षदर्शियों व सूत्रों मुताबिक उक्त निर्माण बिना उचित ड्राइंग व डिजाइन के चल रहा था। मौके पर पहुंची जांच टीम के पास कोई भी संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं था। बताया जा रहा है बस अड्डा प्राधिकरण द्वारा निर्माण का कोई भी महत्वपूर्ण दस्तावेज ना तो सार्वजनिक किया ना किसी को उपलब्ध करवाया गया।

वही, विभागीय सूत्रों की मानें तो अधिकारी कहते है कि कोई ज्यादा महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट नहीं है इसलिए कोई विशेष डिजाइन बनाया नहीं गया है। जांच में शामिल होने के लिए प्राधिकरण के इंजीनियरों और आरएम सुंदरनगर को भी जांच के लिए बुलाया गया लेकिन वह सभी नदारद रहे।

उधर, एएसपी विजिलेंस मंडी मनमोहन सिंह ने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई थी मामले की जांच चल रही है।