साइकिल प्रकृति एवं पर्यावरण के साथ मित्रतापूर्वक संबंध रखते हुए मनुष्य के भौतिक एवं बौद्धिक विकास की द्योतक है। हमारी समृद्ध संस्कृति एवं प्रकृति के साथ हमारे सौहार्दपूर्ण सह-संबंध के ये प्रतीक आज भी व्यक्तिगत, सामाजिक, सामुदायिक एवं राष्ट्र जीवन में आये ठहरावों,बाधाओं और संकटों की श्रृंखला को तोड़कर उनमें नवचेतना जागृत करने में सार्थक हैं। उक्त बात बाल विकास परियोजना अधिकारी सुजानपुर कुलदीप सिंह चौहान ने सुजानपुर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देने हेतु आयोजित साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाते हुए कही। उन्होंने कहा कि वही विकास शाश्वत एवं चिरस्थाई रह सकता है जो न्याय संगत हो और जिसमें प्रकृति से सौहार्द्रपूर्ण संबंध हों। यही बात हमारे सामाजिक और आर्थिक जीवन पर भी समान रूप से लागू होती है। उन्होंने कहा कि इन आयोजनों के माध्यम से जनमानस में मानवीय, आत्मीय एवं विकासात्मक भावों को जागृत कर उनमें मानव सभ्यता और मानव समाज की विकास यात्रा में महिलाओं की महत्ता एवं योगदान को उजागर करने और सामाजिक व्यवहार परिवर्तन की नींव डालने प्रयास किया जा रहा है। हमारी समृद्ध संस्कृति एवं विकास यात्रा के ये प्रतीक आज भी हमें प्रेरित करते हैं इसका अनुमान इन कार्यक्रमों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की संख्या एवं उनके उत्साह से सहज ही लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के 19 जनवरी 2024 से 24 जनवरी 2024 तक चलने वाले साप्ताहिक कार्यक्रमों में बाल विकास परियोजना सुजानपुर ने कार्यक्रमों की एक बृहद श्रृंखला तैयार की है ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसमें जोड़ कर बेटियों के के उचित सम्मान एवं महत्व को जन आंदोलन का स्वरूप प्रदान किया जा सके।
पर्यावरण एवं विकास मित्र साइकिल रैलियों के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश
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