HRTC चालक का बेटा होगा हिमाचल का नया मुख्यमंत्री।

सुखविंद्र सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री होंगे। शनिवार अपराह्न विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के नामों की घोषणा की। हिमाचल में पहली बार उप मुख्यमंत्री बनेगा। 58 साल के सुखविंद्र सिंह सुक्खू अब हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। वहीं 60 वर्षीय मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। हिमाचल में कांग्रेस विधायकों को एकजुट रखने और गुटबाज़ी खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का फार्मूला निकाला गया है।

विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री औऱ मुकेश अग्निहोत्री को उप मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने बताया कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को होगा।

सुखविंद्र सिंह सुक्खू हमीरपुर जिला के नादौन से विधानसभा के लिए चुने गए हैं। वह चौथी बार विधायक बने हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने वाले सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एक आक्रामक राजनीति करने वाले कांग्रेस के नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। 10 साल तक हिमाचल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहने वाले सुक्खू को बाद में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। उनके पास संगठन में काम करने का लंबा राजनीतिक अनुभव है। उनके कद का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बार उन्होंने भाजपा के गढ़ रहे हमीरपुर जिला से कांग्रेस को 05 में से 04 सीटें जिताकर दीं।

कैसे तय हुआ नाम

मुख्यमंत्री तय करने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों छतीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने पिछले कल राजधानी शिमला में डेरा डाला था। कल देर शाम पार्टी कार्यालय में डेढ़ घण्टे चली विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम पर सहमति नहीं बनी थी। नवनिर्वाचित विधायकों ने सिंगल लाइन प्रस्ताव पारित कर सीएम तय करने का फैसला हाईकमान पर छोड़ा। हाईकमान के फरमान पर शनिवार को दोनों पर्यवेक्षकों ने दिल्ली लौटने की बजाय शिमला में ही रुककर सीएम फेस तय करने की कसरतें शुरू कीं। इसके लिए अपरान्ह 4:00 बजे विधानसभा परिसर में विधायक दल की बैठक बुलाई गई। बैठक में सहमति बन जाने के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।

इसके साथ ही सीएम फेस को लेकर कांग्रेस के भीतर चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया है। कांग्रेस के चुन कर आये ज्यादातर विधायकों के साथ-साथ हाईकमान की पसंद से सुक्खू अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने जा रहे हैं।

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, हिमाचल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री को इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। इसके अलावा पूर्व सांसद चन्द्र कुमार के नाम पर भी चर्चा हुई थी। लेकिन सुखविंद्र सिंह सुक्खू इन तमाम दावेदारों को पीछे छोड़ने में सफल रहे।

मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन में जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों का रखा ध्यान, गुटबाज़ी खत्म करने की कवायद मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पदों के लिए सुक्खू और अग्निहोत्री के नामों का एलान कर कांग्रेस ने जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखा है। सुक्खू राजपूत बिरादरी से आते हैं, जिसकी हिमाचल में सबसे ज्यादा संख्या है। सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाकर निचले हिमाचल के वोट बैंक को साधने पर भी कांग्रेस की नज़र है। इससे पहले कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्री ऊपरी हिमाचल से रहे हैं। दूसरी तरफ मुकेश अग्निहोत्री को उप मुख्यमंत्री बनाकर ब्राह्मण वोटों को साधने का भी प्रयास किया है। मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल की राजनीति में एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा हैं।

कौन है सुखविंदर सिंह सुक्खू

सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu)का जन्म 26 मार्च 1964 को हुआ था। हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में 26 मार्च 1964 को जन्मे सुखविंदर सिंह सुक्खू के पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) शिमला में चालक थे। माता संसार देई गृहिणी हैं। सुखविंदर ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) से पीजी और एलएलबी की पढ़ाई की। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन (political life) की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में उस समय की थी जब वे सरकारी कॉलेज संजौली, शिमला में छात्र थे। वर्तमान समय की बात करें तो सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस कैंपेन कमेटी के प्रमुख हैं।

सुखविंदर सिंह सुक्खू कॉलेज छात्रसंघ महासचिव और अध्यक्ष रहे। इसके अलावा वे 1989 से 1995 के बीच एनएसयूआई (NSUI)के अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद 1999 से 2008 के बीच वे युवा कांग्रेस के प्रमुख रहे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुखविंदर सिंह सुक्खू दो बार शिमला नगर निगम पार्षद भी चुने गए थे। वे 2013 में हिमाचल कांग्रेस (Himachal Congress) के प्रमुख के पद तक पहुंचे और 2019 तक राज्य इकाई के प्रमुख बने रहे। 2003, 2007 और 2017 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से सुखविंदर विधायक चुने गए। सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी का नाम कमलेश ठाकुर हैं। वहीं, उनकी दो बेटियां है।