हमीरपुर में सनसनीखेज वारदात: पत्नी को जिंदा जलाया, ससुर का सिर पत्थर से कूचा, फिर खुद को गोली से उड़ाया।

Hamirpur Up Crime: बड़ी बेटी केबीसी ने बताया कि पिता ने मां को मारकर आग के हवाले कर दिया। फिर नाना नंदकिशोर को पत्थर से कुचलने लगा, तभी उसकी आंख खुल गई और बचाने दौड़ी। फिर भी आरोपी पत्थर से कुचलता रहा। इसके बाद तुरंत डायल 112 पुलिस को सूचना दी।

हमीरपुर जिले में मुस्कुरा थाना क्षेत्र में दो मर्डर और आत्महत्या से सनसनी फैल गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। जानकारी के अनुसार, पहाड़ी भिटारी गांव निवासी ओमप्रकाश राजपूत (42) करीब छह माह से कस्बे में परिवार सहित रहता था। उसका अभी लीलावती नगर में मकान का निर्माण चल रहा है।

बड़ी पुत्री केबीसी ने बताया कि पिता ओमप्रकाश आए दिन मां अनुसुइया (39) के साथ मारपीट करता था। इस पर अनुसुइया ने आठ अक्तूबर को पति व सास के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इससे वो और आक्रोशित हो गए और अपने गांव चले गए थे।

शनिवार रात को अनुसुइया अपने पिता सरीला के लोधीपुरा निवासी नंदकिशोर राजपूत, पुत्री केबीसी (17), जूली (12), पुत्र प्रिंस (10) के साथ खाना खाकर अपने निर्माणाधीन मकान में सो गए थे। इसी दौरान रविवार रात करीब ढाई बजे ओमप्रकाश आया और दीवार फांदकर घर के अंदर घुस गया।

315 बोर तमंचे से सीने में मार ली गोली

पुत्री केबीसी ने बताया कि पिता ने मां को मारकर आग के हवाले कर दिया। नाना नंदकिशोर को पत्थर से कुचलने लगा, तभी उसकी आंख खुल गई और बचाने दौड़ी लेकिन आरोपी पत्थर से कुचलता रहा। पुत्री ने तुरंत डायल 112 पुलिस को सूचना दी। तभी आरोपी ने 315 बोर तमंचे से सीने में गोली मार ली।

पुलिस ने तड़प रहे नंदकिशोर को सीएचसी में भर्ती कराया

सूचना पर 112 पुलिस ने तड़प रहे नंदकिशोर को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर एसडीएम बिपिन कुमार शिवहरे, सीओ पीके सिंह, प्रभारी तहसीलदार बीपी सिंह, कोतवाल विनोद कुमार भारी पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

अनुसुइया को आग के हवाले कर दिया

वहीं, पहाड़ी निवासी रतन लाल वर्मा ने बताया कि ओम प्रकाश गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात है। ओम प्रकाश ने शनिवार शाम उन्हें पत्नी को समझने के लिए रात कस्बा भेजा था। घटना के समय वह उनके घर के अंदर ही ससुर के साथ लेटे हुए थे। बताया कि अनुसुइया को आग के हवाले कर दिया।

ओमप्रकाश का उग्र रूप देखकर मौके से भाग निकले

तब उनकी नींद खुली, तो उन्होंने बचाने का प्रयास किया, जिसमें वह गंभीर रूप से झुलस गए। फिर ओमप्रकाश का उग्र रूप देखकर मौके से भाग निकले। घटना के दो घंटे बाद आग से झुलसा शिक्षक इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचा, जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।