भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कांग्रेस की प्रदेश सरकार को रोजगार देने वाली नहीं, बल्कि नौकरियां छीनने वाली सरकार करार दिया है। शुक्रवार को जारी एक प्रैस बयान में धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बेरोजगारों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। धूमल ने कहा कि चुनावों के समय कांग्रेस पार्टी ने युवा वर्ग से कई लुभावने वायदे किए थे और पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरियां देने की गारंटी दी थी। लेकिन, अब धीरे-धीरे कांग्रेस के लुभावने वायदों और गारंटियों की पोल खुल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नई नौकरियां देना तो दूर, उसने तो पहले से ही नियुक्त लोगों का रोजगार भी छीनना शुरू कर दिया है।
धूमल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त करके एक बहुत बड़ा अन्याय किया है। विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के नेताओं ने इन कर्मचारियों को पंचायती राज विभाग में मर्ज करने का वायदा किया था। उस समय कांग्रेसी नेताओं ने सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में ही 4700 कर्मचारियों को विभाग में मर्ज करने की गारंटी दी थी।
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ये कर्मचारी लगातार सरकार से संपर्क साधते रहे, परन्तु सरकार ने जवाब तक नहीं दिया। ये कर्मचारी धरना-प्रदर्शन करते रहे और अब लगातार हड़ताल पर हैं। धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बार-बार आश्वासन देने के बाद कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालात ऐसे हो गए हैं कि अब पंचायत सचिवों की जगह पर चौकीदारों को चार्ज दे दिया गया है। प्रदेश सरकार की इससे ज्यादा दयनीय स्थिति और क्या हो सकती। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 167 जूनियर इंजीनियर्स को नौकरी से बर्खास्त करने का निर्णय बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और तानाशाहीपूर्ण है।
धूमल ने कहा कि विधानसभा चुनाव केे समय कांग्रेस ने कहा था कि प्रदेश में 67 हज़ार पद खाली हैं और सत्ता में आते ही कांग्रेस सरकार 33 हज़ार अन्य पद सृजित करके पहली कैबिनेट में ही एक लाख बेरोजगारों को नौकरियां दी जाएंगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेशवासियों के साथ एक बहुत बड़ा छल किया है। प्रदेश की जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी।