कांग्रेस के 6 बागियों सहित 3 आजाद विधायकों के घर पर CRPF का पहरा।

सीआरपीएफ की सुरक्षा व्यवस्था के घेरे में चल रहे कांग्रेसी बागियों के घरों की सुरक्षा भी अब केन्द्रीय रिजर्व बल के हवाले हो गई है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद केन्द्रीय सुरक्षा एजैंसियों के घेरे में पहले चंडीगढ़, फिर उत्तराखंड के ऋषिकेष और अब दिल्ली पहुंचे बागियों के घरों की सुरक्षा का दायित्व भी केन्द्र सरकार ने लिया है। वीरवार को सीआरपीएफ के जवानों की टुकड़ियां गगरेट और कुटलैहड़, धर्मशाला, देहरा, ढलियारा, मनाली व सुजानपुर पहुंचीं जहां उन्होंने कांग्रेस के बागी व विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिए गए गगरेट के चैतन्य शर्मा, कुटलैहड़ के देवेन्द्र भुट्टो, धर्मशाला के सुधीर शर्मा, सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा, लाहौल-स्पीति के रवि ठाकुर के मनाली स्थित होटल पर तथा देहरा के आजाद विधायक होशियार सिंह, नालागढ़ के विधायक केएल ठाकुर के घर पहरा शुरू कर दिया। वहीं हमीरपुर के निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा व बड़सर के इंद्रदत्त लखनपाल के घर रात 10 बजे तक पहरा नहीं लगा था। यहां सुबह तक सुरक्षा बल तैनात होने की उम्मीद है। उधर, इनके साथ रहे भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर के ढलियारा स्थित घर पर भी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

हालांकि क्रॉस वोटिंग करने वाले यह विधायक व पूर्व विधायक अभी लौटे नहीं हैं। लगातार प्रदेश सरकार की तरफ से हो रही विभिन्न तरह की कार्रवाई के मद्देनजर सुरक्षा बल यहां पहुंचे और उनके घरों के बाहर तैनाती की है। 3 आजाद व 2 भाजपा विधायकों के साथ लगातार प्रदेश से बाहर चल रहे कांग्रेस के 6 बागियों ने सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की थीं। बताया जा रहा है कि बागी दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं। यहां पर कानूनी परामर्श के साथ-साथ वे अपने भविष्य को लेकर भी आगामी योजना बनाने में जुटे हुए हैं। बागी लगातार अपने समर्थकों से संपर्क बनाए हुए हैं और उन्हें वे आश्वस्त कर रहे हैं कि शीघ्र ही वह अपने चुनाव क्षेत्रों में वापस लौटेंगे। अपने चुनिंदा समर्थकों के साथ संभावित तौर पर भाजपा में जाने को लेकर योजनाएं तैयार कर रहे हैं। चुनावी गणित लगाया जा रहा है। कांग्रेस सहित भाजपा की अंदरूनी चुनौतियों के भी सर्वे करवाए जा रहे हैं।