कॅरियर के चयन में अपनी अभिरुचि को प्राथमिकता दें विद्यार्थी।

सीनियर सेकेंडरी स्कूल करोट और चबूतरा में आयोजित की कार्यशालाएं

सुजानपुर 10 अगस्त। बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय सुजानपुर ने वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करोट और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चबूतरा में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत कॅरियर परामर्श एवं मार्गदर्शन कार्यशालाएं आयोजित कीं।
कार्यशालाओं की अध्यक्षता करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि किशोरावस्था में विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। तभी वे जीवन में सफलता के शिखर पर पहुंचने में सक्षम होते हैं। कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि वैश्वीकरण ने युवाओं के लिए असीम संभावनाएं पैदा की हैं, लेकिन इसके साथ ही पारस्परिक प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा दिया है। किशोरावस्था की अत्यधिक ऊर्जा, प्रतिस्पर्धा एवं उत्पादकता ने इसे और जटिलता प्रदान कर दी है। बाल विकास परियोजना अधिकारी ने कहा कि अपनी योग्यता, रुचि और क्षमता का आकलन किए बिना यदि विद्यार्थी अपने अध्ययन क्षेत्र का चयन करता है तो उसकी सफलता की संभावना क्षीण हो जाती है। अत: विद्यार्थियों को अपनी अभिरुचियों, योग्यताओं और क्षमताओं का सही आकलन करना अत्यंत आवश्यक है।

इस अवसर पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए मनोविज्ञानी शीतल वर्मा ने छात्राओं को अपनी अभिरुचियों, योग्यताओं और क्षमताओं को पहचानने और उनका सही आकलन करने की विधियों का ज्ञान एवं अभ्यास करवाया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपनी प्रतिभा एवं योग्यता का सही आकलन कर लेता है तथा अपनी अभिरुचि को अपने लक्ष्य की शक्ति बना लेता है, सफलता उसका निश्चित रूप से उसके कदम चूमती है। उन्होंने कहा कि समाज एवं अभिभावकों की अपेक्षाओं से विचलित हुए बिना तथा तनाव रहित होकर अपनी अभिरुचि को प्रमुखता देते हुए जो विद्यार्थी अपेक्षाओं से तारतम्य स्थापित कर लेता है वह समाज को भी नेतृत्व देने की शक्ति हासिल कर लेता है।
इस मौके पर करोट स्कूल की प्रधानाचार्य अनीता कुमारी और चबूतरा स्कूल के प्रधानाचार्य कुलदीप कुमार ने कार्यशालाओं के आयोजन के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी का आभार व्यक्त किया।